पूर्वी सिंहभूम के बहरागोड़ा थाना क्षेत्र के जवान गणेश हांसदा भारत-चीन के सैनिकों के बीच हुई झड़प में शहीद हो गए. आर्मी हेडक्वॉटर से उनके परिवार को फोन से सूचना दी गई. बहरागोड़ा के कसाफलिया गांव के रहने वाले गणेश हांसदा का चयन साल 2018 के सितंबर में रांची के मोरहाबादी में आयोजित रैली में हुआ था. इसके बाद बिहार के दानापुर में नौ महीने प्रशिक्षण लेने के बाद उनकी पहली पोस्टिंग लद्दाख में हुई थी. जहां चीनी सैनिकों के साथ हुए हिसंक झड़प में वो शहीद हो गए. शहीद होने की सूचना मिलने पर उनके परिवार और गांव में मातम छा गया.
बता दें कि आर्मी ज्वाइन करने के बाद गणेश दो बार घर आए थे. महज 21 साल की आयु में वो देश के लिए शहीद हो गये. वे अविवाहित थे. उनके परिवार में पिता सुगदा हांसदा और माता कांपता हांसदा, बड़े भाई दिनेश हांसदा और भाभी हैं. परिवार में दो भाइयों में गणेश सबसे छोटे थे. शहीद के परिवार से मिलने बहरागोड़ा के विधायक समीर महंती, बीडीओ राजेश साहू, सीओ हीरा कुमार, थाना प्रभारी चंद्र शेखर कुमार उनके घर पहुंचे. उनके परिवारों के साथ शोक व्यक्त किया और उन्हें सांत्वना दी.