ETV Bharat / state

सफाईकर्मियों के स्थायीकरण को लेकर पूर्व मंत्री ने दिया धरना, सरकार के खिलाफ की नारेबाजी - जमशेदपुर में पूर्व मंत्री दुलाल भुइयां ने धरना दिया

झारखंड के पूर्व मंत्री दुलाल भुइयां टाटा स्टील और उसकी अनुषंगी कंपनियों में सफाईकर्मियों के स्थायीकरण की मांग को लेकर टाटा स्टील गेट के सामने धरना पर बैठे और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

former minister Dulal Bhuiyan strike in jamshedpur
former minister Dulal Bhuiyan strike in jamshedpur
author img

By

Published : Dec 14, 2020, 6:32 PM IST

जमशेदपुर: बिष्टुपुर स्थित टाटा स्टील गेट के सामने झारखंड मजदूर संघ के बैनर तले दुलाल भुइयां और उसके समर्थकों ने धरना दिया है. इस दौरान कंपनी का गेट पूरी तरह से जाम कर दिया. साथ ही साथ सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

देखें पूरी खबर

धरना पर बैठे सफाईकर्मी

धरना पर बैठे पूर्व मंत्री दुलाल भुइयां ने बताया है कि 7,000 मजदूरों का स्थायीकरण अब तक नहीं हो पाया है, जबकि टाटा स्टील और उसकी सहयोगी कंपनियों में सफाईकर्मी लंबे समय से साफ-सफाई का काम करते आ रहे हैं.

'उपेक्षा का शिकार हो रहे हैं मजदूर'

पूर्व मंत्री दुलाल भुइयां ने बताया है कि कंपनी की ओर से बाहर के ठेकेदारों को काम दिया जाता है और बाहरी ठेकेदारों की ओर से स्थानीय मजदूरों का शोषण किया जाता है. मजदूरों का शोषण न हो इसके लिए समान काम, समान वेतन का नियम लागू करना चाहिए. टाटा स्टील के सभी सहयोगी कंपनियों में विशेषकर दलित, मूल निवासी साफ-सफाई कर्मचारियों के परिजन का स्थायीकरण नहीं होने से मजदूर उपेक्षा का शिकार हो रहे हैं.

यह भी पढ़ें. आंदोलन का 19वां दिन : दिल्ली बॉर्डर पर भूख हड़ताल पर बैठे 40 किसान नेता

उपायुक्त को सौंपा मांग पत्र

पूर्व मंत्री दुलाल भुइयां ने कहा कि इस मुद्दे को लेकर पूर्व में उपायुक्त को मांग पत्र सौंपा गया है. लेकिन कोई अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. इस मुद्दे को लेकर टाटा के चेयरपर्सन के नाम टाटा स्टील के माध्यम से मांग पत्र सौंपा है.

जमशेदपुर: बिष्टुपुर स्थित टाटा स्टील गेट के सामने झारखंड मजदूर संघ के बैनर तले दुलाल भुइयां और उसके समर्थकों ने धरना दिया है. इस दौरान कंपनी का गेट पूरी तरह से जाम कर दिया. साथ ही साथ सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

देखें पूरी खबर

धरना पर बैठे सफाईकर्मी

धरना पर बैठे पूर्व मंत्री दुलाल भुइयां ने बताया है कि 7,000 मजदूरों का स्थायीकरण अब तक नहीं हो पाया है, जबकि टाटा स्टील और उसकी सहयोगी कंपनियों में सफाईकर्मी लंबे समय से साफ-सफाई का काम करते आ रहे हैं.

'उपेक्षा का शिकार हो रहे हैं मजदूर'

पूर्व मंत्री दुलाल भुइयां ने बताया है कि कंपनी की ओर से बाहर के ठेकेदारों को काम दिया जाता है और बाहरी ठेकेदारों की ओर से स्थानीय मजदूरों का शोषण किया जाता है. मजदूरों का शोषण न हो इसके लिए समान काम, समान वेतन का नियम लागू करना चाहिए. टाटा स्टील के सभी सहयोगी कंपनियों में विशेषकर दलित, मूल निवासी साफ-सफाई कर्मचारियों के परिजन का स्थायीकरण नहीं होने से मजदूर उपेक्षा का शिकार हो रहे हैं.

यह भी पढ़ें. आंदोलन का 19वां दिन : दिल्ली बॉर्डर पर भूख हड़ताल पर बैठे 40 किसान नेता

उपायुक्त को सौंपा मांग पत्र

पूर्व मंत्री दुलाल भुइयां ने कहा कि इस मुद्दे को लेकर पूर्व में उपायुक्त को मांग पत्र सौंपा गया है. लेकिन कोई अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. इस मुद्दे को लेकर टाटा के चेयरपर्सन के नाम टाटा स्टील के माध्यम से मांग पत्र सौंपा है.

For All Latest Updates

TAGGED:

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.