जमशेदपुरः भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि कोरोना महामारी से बचाव के लिए लॉकडाउन लगाया गया है, लेकिन लॉकडाउन को लेकर जारी दिशा-निर्देश जटिल हैं. इससे बड़ी संख्या में छात्र, अभिभावक, व्यापारी और दिहाड़ी मजदूर परेशान हो रहे हैं.
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पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि स्कूल और अन्य शिक्षण संस्थानों में ऑनलाइन पढ़ाई कराी जा रही है. बच्चों को किताब, कॉपी के साथ साथ अन्य स्टेशनरी की जरूरत है, लेकिन किताब और स्टेशनरी की दुकानें नहीं खुली हैं. इससे बच्चों की पढ़ाई बाधित है. उन्होंने कहा कि ऑनलाइन पढ़ाई होने के कारण मोबाइल और लैपटॉप की भी जरूरत पड़ रही है. इसके साथ ही लोगों को कपड़े की भी रोजाना जरूरत पड़ती है. उन्होंने कहा कि जूता-चप्पल, बर्तन, सैलून आदि का व्यापार चौपट हो रहा है. इन व्यवसायों से जुड़े लोगों और दुकान में काम करने वाले लोगों के सामने भुखमरी की समस्या पैदा हो गई है.
सप्ताह में दो दिन दुकान खोलने की सिफारिश
पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से आग्रह किया कि सकारात्मक सोच दिखाते हुए इन व्यापारियों की चिंता करें. उन्होंने कहा कि जिस प्रकार बिल्डिंग मैटेरियल से जुड़ी दुकानें खुल रहीं हैं. उसी तरह सप्ताह में कम से कम दो दिन दुकान खोलने की दिशा में योजना बनानी चाहिए. उन्होंने कहा कि दुकानों को श्रेणी में बांट कर दिन निर्धारित करते हुए सप्ताह में दो-दो दिन खोलने की अनुमति दी जाए. इससे बाजारों में भीड़ भी नियंत्रित रहेगी और इन व्यापारों से जुड़े लोगों का भी परिवार चलता रहेगा.