जमशेदपुर: पश्चिम सिहभूम के पाताहातू सेंटर में कोरोना पॉजिटिव पाए जाने वाले सेंटर में पेयजल आपूर्ति मंत्री मिथिलेश ठाकुर के जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. यह मामला कोल्हान की राजनीतिक गालियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है. वहीं मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने भी माना है कि वे उस जगह गए थे, लेकिन जहां कोरोना पॉजिटिव के मामले सामने आए हैं वहां नहीं गए थे. वो उस जगह पर एक मंत्री होने के नाते गए थे.
मिथिलेश ठाकुर ने बताया कि वो जमशेदपुर में शहीद निर्मल महतो के भाई असीम महतो के पुण्यतिथि में शामिल होने आए थे. इस दौरान पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं बचा है, इस कारण से विपक्ष उल्टी-सीधी बयानबाजी कर रहा है. उन्होंने कहा कि पहले भी लोगों ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के रांची के हिंदपीढ़ी जाने पर सवाल उठाया था.
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मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने साफ तौर पर कहा कि मंत्री होने के नाते अपने जिले में आने वाले प्रवासी मजदूरों से मिलकर उनकी समस्याओं को जानने क्वॉरेंटाइन सेंटर गए थे. उन्होंने कहा कि इस तरह के आरोप से मुझपर कोई फर्क नहीं पड़ता है, लोग बेवजह बात का बतंगड़ बना रहे हैं. मंत्री ने कहा कि मैं वहां जरूर गया था, लेकिन जिस जगह पर संक्रमित पाया गया वहां पर नहीं गया था, उस दौरान उनके साथ डॉक्टर और सिविल सर्जन भी मौजूद थे.
मिथिलेश ठाकुर ने शहीद निर्मल महतो की प्रतिमा पर फूल चढ़ाकर श्रद्धांजलि अर्पित की थी. उसके बाद उन्होंने शहीद निर्मल महतो के भाई असीम महतो की फोटों पर भी पुष्प अर्पित कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया. इस दौरान ईचागढ़ की विधायक सविता महतो, घाटशिला के विधायक रामदास सोरेन बहरागोड़ा के विधायक समीर महंती, पोटका विधायक संजीव सरदार के साथ काफी संख्या में झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ता भी मौजूद थे.