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झारखंड बजट से जमशेदपुर के लोगों को कई उम्मीदें, कहा- इस दिशा में सरकार को ध्यान देने की जरुरत

झारखंड सरकार 3 मार्च को राज्य का बजट पेश करने वाली है. इस बजट को लेकर जमशेदपुर के लोगों को रोजगार, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में नई घोषणा के साथ-साथ राज्य को नशा मुक्त करने की दिशा में नई सरकार से उम्मीदें हैं.

expected of people from Jharkhand budget in  jamshedpur
झारखंड बजट से जमशेदपुर के लोगों को कई उम्मीदें
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Published : Mar 1, 2021, 5:17 AM IST

जमशेदपुर: 3 मार्च को राज्य सरकार झारखंड का बजट पेश करेगी. इस बजट से जमशेदपुर की जनता को काफी उम्मीदें हैं. यहां के लोग इस बजट में शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के क्षेत्र में नई घोषणाओं की आस लगाए बैठे हैं.

झारखंड बजट से जमशेदपुर के लोगों को कई उम्मीदें


ये भी पढ़ें-हेमंत सरकार के बजट से गिरिडीह के लोगों को हैं कई उम्मीदें, रोजगार के साथ-साथ स्वास्थ्य-शिक्षा के लिए पैकेज की मांग

राज्य सरकार से काफी उम्मीदें
झारखंड सरकार 3 मार्च को राज्य का बजट पेश करने वाली है. इस बजट को लेकर झारखंडवासी काफी उम्मीद लगाए बैठे हैं, लेकिन कोरोना काल में हुए लॉकडाउन के बाद झारखंड सरकार के लिए राज्य की जनता के अनुरूप बजट पेश करना एक बड़ी चुनौती है. जमशेदपुर के लोगों को रोजगार, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में नई घोषणा के साथ-साथ राज्य को नशा मुक्त करने की दिशा में नई सरकार से उम्मीदें हैं.


झारखंड में नशा का कारोबार

लोगों का कहना है कि खनिज संपदा से परिपूर्ण झारखंड में वे आज भी बेरोजगारी का दंश झेल रहे हैं. ठोस वैकल्पिक व्यवस्था नहीं होने के कारण उन्हें रोजगार के लिए दूसरे प्रदेशों में जाना पड़ता है, जिससे उन्हें आर्थिक बोझ का सामना करना पड़ता है. ऐसे में हेमंत सरकार की बजट से यह उम्मीद है कि इस बजट में सरकार नई इंडस्ट्री डेवलप करने के साथ राज्य में ही युवाओं को रोजगार देने के लिए ठोस कदम उठाए. राज्य में नशा के कारण बढ़ते अपराध पर लोगों ने चिंता जाहिर की है. उनका कहना है कि झारखंड में नशा का कारोबार बढ़ता जा रहा है. जिसके कारण अपराध भी बढ़ रहे है. झारखंड सरकार से लोग उम्मीद जता रहे हैं कि सरकार राज्य को नशा मुक्त करने की दिशा में मजबूत कदम उठाएं.

ये भी पढ़ें-झारखंड बजट 2021ः क्या है धनबाद के लोगों की उम्मीदें?


झारखंड में चिकित्सा व्यवस्था की कमी
राज्य के छात्रों को बेहतर शिक्षा के लिए दूसरे प्रदेश में जाना पड़ता है, जिससे उनके परिजनों पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ बढ़ जाता है. लोगों का मानना है कि सरकार अपने बजट में शिक्षा के क्षेत्र को अव्वल करने के लिए नए उच्चस्तरीय शिक्षण संस्थान की स्थापना करें. झारखंड में समुचित बीमारी के इलाज की सुविधा नहीं है. इस कारण लोगों को इलाज के लिए दूसरे राज्यों में जाना पड़ता है. उनका कहना है कि कोरोना काल से सबको सीख मिली है. झारखंड में चिकित्सा व्यवस्था में क्या कमी है, सरकार इस पर मंथन करें और राज्य में समुचित इलाज के लिए बड़े अस्पतालों को स्थापित करने का काम करें.

जमशेदपुर: 3 मार्च को राज्य सरकार झारखंड का बजट पेश करेगी. इस बजट से जमशेदपुर की जनता को काफी उम्मीदें हैं. यहां के लोग इस बजट में शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के क्षेत्र में नई घोषणाओं की आस लगाए बैठे हैं.

झारखंड बजट से जमशेदपुर के लोगों को कई उम्मीदें


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राज्य सरकार से काफी उम्मीदें
झारखंड सरकार 3 मार्च को राज्य का बजट पेश करने वाली है. इस बजट को लेकर झारखंडवासी काफी उम्मीद लगाए बैठे हैं, लेकिन कोरोना काल में हुए लॉकडाउन के बाद झारखंड सरकार के लिए राज्य की जनता के अनुरूप बजट पेश करना एक बड़ी चुनौती है. जमशेदपुर के लोगों को रोजगार, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में नई घोषणा के साथ-साथ राज्य को नशा मुक्त करने की दिशा में नई सरकार से उम्मीदें हैं.


झारखंड में नशा का कारोबार

लोगों का कहना है कि खनिज संपदा से परिपूर्ण झारखंड में वे आज भी बेरोजगारी का दंश झेल रहे हैं. ठोस वैकल्पिक व्यवस्था नहीं होने के कारण उन्हें रोजगार के लिए दूसरे प्रदेशों में जाना पड़ता है, जिससे उन्हें आर्थिक बोझ का सामना करना पड़ता है. ऐसे में हेमंत सरकार की बजट से यह उम्मीद है कि इस बजट में सरकार नई इंडस्ट्री डेवलप करने के साथ राज्य में ही युवाओं को रोजगार देने के लिए ठोस कदम उठाए. राज्य में नशा के कारण बढ़ते अपराध पर लोगों ने चिंता जाहिर की है. उनका कहना है कि झारखंड में नशा का कारोबार बढ़ता जा रहा है. जिसके कारण अपराध भी बढ़ रहे है. झारखंड सरकार से लोग उम्मीद जता रहे हैं कि सरकार राज्य को नशा मुक्त करने की दिशा में मजबूत कदम उठाएं.

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झारखंड में चिकित्सा व्यवस्था की कमी
राज्य के छात्रों को बेहतर शिक्षा के लिए दूसरे प्रदेश में जाना पड़ता है, जिससे उनके परिजनों पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ बढ़ जाता है. लोगों का मानना है कि सरकार अपने बजट में शिक्षा के क्षेत्र को अव्वल करने के लिए नए उच्चस्तरीय शिक्षण संस्थान की स्थापना करें. झारखंड में समुचित बीमारी के इलाज की सुविधा नहीं है. इस कारण लोगों को इलाज के लिए दूसरे राज्यों में जाना पड़ता है. उनका कहना है कि कोरोना काल से सबको सीख मिली है. झारखंड में चिकित्सा व्यवस्था में क्या कमी है, सरकार इस पर मंथन करें और राज्य में समुचित इलाज के लिए बड़े अस्पतालों को स्थापित करने का काम करें.

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