ETV Bharat / state

दलमा में सुरक्षित नहीं हाथी, जानिए इनपर क्यों हो रहा जुल्म - जमशेदपुर में हाथी दांत की तस्करी की खबरें

जमशेदपुर के दलमा वन आश्रयणी और जमशेदपुर वन प्रमंडल में इन दिनों हाथी दांत को लेकर चिंता का सबब बना हुआ है. हाथी के दांत को तस्करों से बचाने के साथ महफूज जगहों में रखने के लिए वन पदाधिकारियों ने जिला के उपायुक्त को पत्र लिखा है.

elephants are not safe in jamshedpur forest division
हाथी सुरक्षित नहीं
author img

By

Published : Oct 21, 2020, 5:25 AM IST

जमशेदपुरः प्राकृतिक संसाधनों और खूबसूरती से भरपूर झारखंड के दलमा वाइल्ड लाइफ सेंचुरी पूर्वी सिंहभूम जिला, सरायकेला-खरसावां और रांची जिला से लेकर पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिला से घिरा है. 193.22 (एक सौ तिरानबे दशमलव बाइस) वर्ग किलो मीटर में ऊंची-ऊंची पहाड़ों, गुफाओं और घने वृक्षों से आच्छादित दलमा वाइल्ड लाइफ सेंचुरी के साथ जमशेदपुर वन प्रमंडल में पिछले 10 साल में तकरीबन 15 हाथी की मौत अस्वाभाविक रूप से हो चुकी है. ऐसे में इन हाथियों के दांत को तस्करों से बचाने के लिए दलमा वाइल्ड लाइफ सेंचुरी के कर्मचारियों ने इनके दांत निकालकर महफूज जगहों में रखा है.

देखें पूरी खबर

तस्करों की बुरी नजर

वन्य जीव विभाग जमशेदपुर और दलमा वन्य वाइल्ड लाइफ सेंचुरी आश्रयणी की रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2007 से लेकर 2020 तक दलमा और जमशेदपुर वन प्रमंडल में 15 हाथी की मौत होने के बाद से उनके दांत की निगहबानी की जा रही है. वर्ष 2009 में हांथी का सबसे छोटा दांत 570 ग्राम का मिला है. जबकि इन हाथियों में सबसे बड़ा दांत 21 किलो 975 ग्राम का है. इसके अलावा हाथियों के दांत 20 किलो 600 ग्राम और 15 से 17 किलोग्राम तक के चार से अधिक दांत है.

elephants-are-not-safe-in-jamshedpur-forest-division
दलमा में सुरक्षित नहीं हाथी

इसे भी पढ़ें- जमशेदपुर: मंदिर में बिना छुए मिलेगा 'ई-प्रसाद मशीन' से प्रसाद, कोरोना बचाव के लिए साबित हो रहा लाभकारी

दांत के लिए हाथियों पर जुल्म

हाथी दांत पर तस्करों की निगाह भी होती है. जमशेदपुर सीमावर्ती से सटे राज्यों बंगाल, ओडिशा में हाथी दांत को लेकर कई बार तस्करों ने हाथी को भी मार डाला है.

elephants-are-not-safe-in-jamshedpur-forest-division
दलमा में सुरक्षित नहीं हाथी

1. 23 दिसंबर 2018 को पश्चिम सिंहभूम जिले के मझगांव के जंगल के पास हांथी का सिर कटा शव मिला था, पुलिसिया जांच में पता चला कि अंतरराष्ट्रीय तस्करों ने दांत के लिए हांथी को मारा.
2. ओडिशा के क्योंझार जिले में तस्करों ने हांथी दांत के दो हाथी को मौत के घाट उतार दिया.
3. ओडिशा के ही केंदुझर जिला के चंपुआ वन क्षेत्र के गुरुबेड़ा में हांथी को जहर देकर मारा.

elephants-are-not-safe-in-jamshedpur-forest-division
दलमा में सुरक्षित नहीं हाथी

महंगा बिकता है हाथी दांत

जमशेदपुर के पर्यवारणविद के मुताबिक देश में हाथी दांत बेचने या खरीदने की साफ तौर पर मनाही है. तस्कर इस बेशकीमती हांथी दांत चुराकर बेचते हैं. कई बार तस्कर हांथी दांत को अंतरराष्ट्रीय बाजार में बेचते हैं. एक रिपोर्ट के मुताबिक हाथी दांत का उपयोग सजावट, दवा बनाने में किया जाता है.

जमशेदपुरः प्राकृतिक संसाधनों और खूबसूरती से भरपूर झारखंड के दलमा वाइल्ड लाइफ सेंचुरी पूर्वी सिंहभूम जिला, सरायकेला-खरसावां और रांची जिला से लेकर पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिला से घिरा है. 193.22 (एक सौ तिरानबे दशमलव बाइस) वर्ग किलो मीटर में ऊंची-ऊंची पहाड़ों, गुफाओं और घने वृक्षों से आच्छादित दलमा वाइल्ड लाइफ सेंचुरी के साथ जमशेदपुर वन प्रमंडल में पिछले 10 साल में तकरीबन 15 हाथी की मौत अस्वाभाविक रूप से हो चुकी है. ऐसे में इन हाथियों के दांत को तस्करों से बचाने के लिए दलमा वाइल्ड लाइफ सेंचुरी के कर्मचारियों ने इनके दांत निकालकर महफूज जगहों में रखा है.

देखें पूरी खबर

तस्करों की बुरी नजर

वन्य जीव विभाग जमशेदपुर और दलमा वन्य वाइल्ड लाइफ सेंचुरी आश्रयणी की रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2007 से लेकर 2020 तक दलमा और जमशेदपुर वन प्रमंडल में 15 हाथी की मौत होने के बाद से उनके दांत की निगहबानी की जा रही है. वर्ष 2009 में हांथी का सबसे छोटा दांत 570 ग्राम का मिला है. जबकि इन हाथियों में सबसे बड़ा दांत 21 किलो 975 ग्राम का है. इसके अलावा हाथियों के दांत 20 किलो 600 ग्राम और 15 से 17 किलोग्राम तक के चार से अधिक दांत है.

elephants-are-not-safe-in-jamshedpur-forest-division
दलमा में सुरक्षित नहीं हाथी

इसे भी पढ़ें- जमशेदपुर: मंदिर में बिना छुए मिलेगा 'ई-प्रसाद मशीन' से प्रसाद, कोरोना बचाव के लिए साबित हो रहा लाभकारी

दांत के लिए हाथियों पर जुल्म

हाथी दांत पर तस्करों की निगाह भी होती है. जमशेदपुर सीमावर्ती से सटे राज्यों बंगाल, ओडिशा में हाथी दांत को लेकर कई बार तस्करों ने हाथी को भी मार डाला है.

elephants-are-not-safe-in-jamshedpur-forest-division
दलमा में सुरक्षित नहीं हाथी

1. 23 दिसंबर 2018 को पश्चिम सिंहभूम जिले के मझगांव के जंगल के पास हांथी का सिर कटा शव मिला था, पुलिसिया जांच में पता चला कि अंतरराष्ट्रीय तस्करों ने दांत के लिए हांथी को मारा.
2. ओडिशा के क्योंझार जिले में तस्करों ने हांथी दांत के दो हाथी को मौत के घाट उतार दिया.
3. ओडिशा के ही केंदुझर जिला के चंपुआ वन क्षेत्र के गुरुबेड़ा में हांथी को जहर देकर मारा.

elephants-are-not-safe-in-jamshedpur-forest-division
दलमा में सुरक्षित नहीं हाथी

महंगा बिकता है हाथी दांत

जमशेदपुर के पर्यवारणविद के मुताबिक देश में हाथी दांत बेचने या खरीदने की साफ तौर पर मनाही है. तस्कर इस बेशकीमती हांथी दांत चुराकर बेचते हैं. कई बार तस्कर हांथी दांत को अंतरराष्ट्रीय बाजार में बेचते हैं. एक रिपोर्ट के मुताबिक हाथी दांत का उपयोग सजावट, दवा बनाने में किया जाता है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.