जमशेदपुरः झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने मंगलवार को इंटर साइंस और 10वीं का रिजल्ट घोषित किया. जिसमें पूर्वी सिंहभूम जिले की बेटी श्रेया सोनगिरी पूरे राज्य में पहला स्थान प्राप्त किया. डीसी विजया जाधव ने चाकुलिया प्रखंड के आदिवासी उच्च विद्यालय, पुरनापानी की छात्रा श्रेया सोनगिरी को उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दीं. उपायुक्त ने दी बधाई, डीसी ने कहा कि बेटियां हर क्षेत्र में सफलता की लकीर खींच रहीं, श्रेया पर पूरे जिले को गर्व है. बता दें कि स्टेट टॉपर और जिला के तीन टॉपर्स को 24 मई को डीसी सम्मानित करेंगी.
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डीसी ने आज पूरे जिले को गौरवान्वित होने का अवसर प्राप्त हुआ है, जिसके लिए विशेष रूप से श्रेया को बधाई देती हूं. उन्होंने कहा कि समस्त जिला प्रशासन उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करता है, सभी अभिभावकों एवं शिक्षकों को भी हार्दिक बधाई. चाकुलिया बीआरपी डीसी के प्रतिनिधि के तौर पर श्रेया सोनगिरी के घर पहुंचे, बीआरओ ने श्रेया को बधाई और उनका मुंहा मीठा कराया, इसके साथ ही परिजनों के साथ खुशी के इस पल को साझा किया. मैट्रिक परीक्षा में श्रेया सोनगिरी को 98% अंक प्राप्त हुए हैं.
जिला स्तरीय आयोजन में उपायुक्त सफल बच्चों को सम्मानित करेंगी. इन बच्चों में स्टेट टॉपर श्रेया सोनगिरी समेत चाकुलिया, पुरनापानी की आदिवासी उच्च विद्यालय के कुणाल पाल के साथ साथ जमशेदपुर से प्रगति सरस्वती शिशु विद्या मंदिर की छात्रा सोनल कुमारी को डीसी द्वारा सम्मान प्रदान किया जाएगा.
जिले को राज्य में मिला 5वां स्थान: पूर्वी सिंहभूम जिले के सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों की शिक्षा में गुणात्मक सुधार हो, इसके लिए उपायुक्त की पहल पर करीब 10 महीने पहले से ही परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी गई. इन 8 महीनों में कक्षा 9 और 10वीं के बच्चों की लगातार पढ़ाई करायी गयी. इसके अलावा 4 महीने तक बच्चों को ऑनलाइन क्लास करवाया गया. शिक्षकों की कमी के बावजूद जिला के बेहतर शिक्षकों से लगातार ऑनलाइन क्लास का आयोजन किया गया. 10वीं परीक्षा की तैयारी के लिए हरसंभव वातावरण देने के लिए जिला प्रशासन ने काफी प्रयास किए.
इतना ही नहीं डीसी ने हर महीने जिला स्तर पर बच्चों द्वारा दी गयी मासिक मूल्यांकन परीक्षा की समीक्षा भी की. सभी विद्यालयों के हेडमास्टर के साथ ऑनलाइन समीक्षा बैठक की गई, परीक्षा की तैयारी को लेकर आवश्यक मार्गदर्शन किया गया. परीक्षा में बैठने वाले बच्चों को मॉडल टेस्ट आंसर कॉपी के साथ उपलब्ध कराया गया और यू ट्यूब के माध्यम से भी मॉडल टेस्ट पेपर अपलोड कर तैयारी करायी गई. इसका सुखद परिणाम यह रहा कि पिछले वर्ष 94 फीसदी बच्चों के उत्तीर्ण होने की तुलना में इस वर्ष 10वीं की बोर्ड परीक्षा में 97.31 फीसदी बच्चों ने सफलता हासिल की.