जमशेदपुर: पूर्वी सिंहभूम जिले की मुसाबनी प्रखंड विकास पदाधिकारी सीमा कुमारी द्वारा आदर्श प्रखंड बनाने के उद्देश्य से गांव एवं टोलों को गोद लिया है. इसके विकास के कार्य में वे लगातार लगी हुईं हैं. अपने कार्यकाल में गोद लिए गांव को विकसित करने के बाद सीमा अलसवेर फॉरेस्ट ब्लॉक पंचायत के निरीक्षण करने पहुंची. इस दौरान उन्होंने डुमागकोचा गांव को विकसित करने के उद्देश से गोद लिया.
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फॉरेस्ट ब्लॉक पंचायत के सुदूर क्षेत्र में बसा डुमागकोचा गांव का निरीक्षण के दौरन पता चला कि उक्त गांव में कुल 52 परिवार रहते हैं. इसमें से तीन ऐसे बच्चे हैं जो आवश्यक संतुलित आहार नहीं मिलने के कारण कुपोषित हैं. यहां अधिकांश लोग चर्म रोग से ग्रसित हैं. पदाधिकारी द्वारा तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, मुसाबनी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को इसकी सूचना दी गई और सभी का इलाज करने का निर्देश दिया गया. जबकि तीन कुपोषण के शिकार बच्चे को अस्पताल में भर्त्ती करने का निर्देश दिया गया. साथ ही 15-15 दिन में कैंप लगाने को भी कहा गया.
सभी को शिक्षा का है अधिकार: गांव में आंगनबाड़ी केंद्र नहीं होने के कारण गांव के ही शिक्षित युवक रमेश धिरौल को एक हजार प्रतिमाह की दर पर 0-6 साल के बच्चों को शिक्षा देने के लिए नियुक्त किया गया. पाथरगोड़ा के आंगनबाड़ी सेविकाओं को निर्देश दिया गया कि उक्त बच्चों के लिए भी पाथरगोड़ा आंगनबाड़ी केंद्र में भोजन बनाकर गांव में सभी बच्चों को देने का काम करेंगे.
गांव में ग्रामीणों को रोजगार के लिए मनरेगा के तहत सभी ग्रामीणों को दीदी बाड़ी योजना का लाभ दिया जाएगा. ग्राम रोजगार सेवक को निर्देश दिया गया सभी का जॉब कार्ड है कि नहीं इसका पता करेंगे. इसके अतिरिक्त पानी के लिए जलमीनार बनाने के लिए पेयजल एवं स्वच्छा विभाग के निदेश दिया गया गया. गांव में ही अवैध रूप से एक दारू भट्टी को देखकर उसे तोड़ने के लिए थाना प्रभारी मुसाबनी से कहा गया. कहा गया कि उक्त स्थान में दारू की भट्टी होने के कारण गांव के विकास का कार्य में बाधा उत्पन्न हो रही है, उसे तत्काल तोड़ दिया जाए.