जमशेदपुरः पूर्वी सिंहभूम जिला के उपायुक्त सूरज ने आज आकांक्षी जिला के स्वास्थ्य इंडिकेटर्स में जिले की प्रगति को लेकर समीक्षा बैठक की. बैठक में गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य व पोषाहार, गर्भवती महिलाओं का निबंधन, प्रसवपूर्व देखरेख, ममता वाहन का उपयोग तथा प्रेगनेंसी किट के जिले में हो रहे उपयोग पर चर्चा किया गया.
पोषाहार उपलब्ध कराने का निर्देश
उपायुक्त ने नवजात बच्चों को कुपोषण मुक्त रखने हेतु धात्री माताओं के पोषण की निगरानी कर उचित पोषाहार उपलब्ध कराने का निर्देश दिए. जिला में चलाए गए पोषण माह का सुखद परिणाम परिलक्षित हुए हैं, शिशु मृत्यु दर एवं कम वजन के नवजात बच्चों की संख्या में कमी आई है. एएनसी रजिस्ट्रेशन में लगभग 20 फीसदी की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है. सितंबर माह के डेल्टा रैंकिग के अनुसार स्वास्थ्य एवं पोषाहार इंडिकेटर में पूर्वी सिंहभूम जिला को दूसरे स्थान एवं ओवर ऑल तीसरा स्थान प्राप्त हुआ है.
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उपायुक्त ने संस्थागत प्रसव पर बल देते हुए कहा कि प्रसूताओं पर सतत निगरानी रखते हुए संस्थागत प्रसव कराना निर्देश दिया. उपायुक्त ने कहा कि जीवन अनमोल है, किसी भी प्रकार से संस्थागत प्रसव में कमी नहीं आए ये सुनिश्चित करें, ताकि जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ रहे. बैठक में सिविल सर्जन डॉ. आरएन झा, निदेशक डीआरडीए सौरव कुमार सिन्हा, जिला योजना पदाधिकारी अजय कुमार, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी सत्या ठाकुर, एसीएमओ डॉ. साहिर पॉल, डीआरसीएचओ डॉ बीएन ऊषा, जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ एके लाल, डीडीएम, डीपीसी, आकांक्षी जिला फेलो तथा स्वास्थ्य विभाग के अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे.