जमशेदपुर: पूर्वी विधानसभा के मोहरदा जलापूर्ति योजना (Moharda Water Supply Scheme) का विवादों से पुराना नाता रहा है. लोगों तक शुद्ध जल पहुंचाने को लेकर इस योजना की शुरुआत की गई थी. लेकिन विधायक सरयू राय के मुताबिक आज भी इस परियोजना से लोगों को शुद्ध जलापूर्ति नहीं हो रहा है. इसे लेकर सरयू राय ने जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति के विशेष पदाधिकारी कृष्णा कुमार और जुस्को के पदाधिकारियों के साथ बैठक की.
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बैठक में मोहरदा जलापूर्ति को सुचारू रूप से चलाने को लेकर चर्चा की गई. वहीं गहन विचार-विमर्श के बाद यह निष्कर्ष निकला कि मोहरदा पेयजल आपूर्ति योजना की डिजाइन ही इतनी गलत बनी है कि इसके भरोसे बारीडीह, बागूनहातू, बागूननगर के सभी घरों में समय पर पानी पहुंचाना काफी कठिन है. योजना को बेहतर तरीके से चलाने के लिए अलग से एक डीपीआर तैयार करने का फैसला लिया गया. वहीं बिरसानगर डॉन नंबर 1 में जो भूमिगत जल भंडार बनाया गया है, वहां तक मेहरदा के पंप हाउस से सीधे पानी ले जाने की व्यवस्था करने के लिए एक नई पाइप लाइन बिछाए जाने का निर्णय लिया गया. ताकि अलग से बिरसानगर बागुननगर में भी बने टंकियों में समय पर पानी भरा जा सके
अतिरिक्त तीन पानी टंकी बनाने का फैसला
बैठक में अतिरिक्त तीन पानी टंकी बनाने और पहले से भी बने टंकी के नीचे भूमिगत जल संग्रह बनाने का निर्णय किया गया. इसके साथ ही मोहरदा पम्प हाउस के पहले एक बड़ा सेटलिंग तालाब बनाने का भी फैसला लिया गया.ताकि नदी से पानी लेकर गंदगी को सफाई कर लोगों के घरों तक पानी पहुंचाया जा सके.
सरयू राय ने दिया डीपीआर तैयार करने का निर्देश
सरयू राय ने बताया कि जलापूर्ति योजनाओं के लिए बनाए गए टंकी की स्थिति काफी दयनीय है, क्योंकि जुस्को के अधिकारियों को कहना है कि टंकियों को साफ करने में दुर्घटना की संभावना बनी रहती है. इसलिए इन सबको देखते हुए जेएनएसी विशेष पदाधिकारी को एक नया डीपीआर तैयार करने को कहा गया है. ताकि बेहतरीन ढंग से मोहरदा जलापूर्ति योजना को बनाया जा सके और लोगों के घरों तक स्वच्छ पानी पहुंचाया जा सके.