जमशेदपुर: झारखंड के डीजीपी के निर्देश पर कोल्हान के डीआईजी ने जमशेदपुर में पूर्वी सिंहभूम जिला और सरायकेला जिला के वरीय पुलिस अधिकारियों और एमबीए के छात्रों के साथ बैठक की. जिसमें कोल्हान डीआईजी ने बताया कि पुलिस और आम जनता के बीच की दूरी को खत्म करने के लिए एमबीए के छात्रों के ओर से सर्वे कराया जा रहा है, जिसके तहत यह जानने का प्रयास किया जाएगा कि वर्तमान में पुलिस प्रशासन में और क्या बदलाव किए जा सकते हैं, जिससे जनता को परेशानी न हो.
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कोल्हान डीआईजी राजीव रंजन सिंह ने बताया है कि डीजीपी के निर्देशानुसार राज्य के सभी थाना क्षेत्र में आम जनता की पुलिस के प्रति क्या सोच है और क्या बदलाव किए जा सकते हैं, इसके लिए सर्वे कराया जा रहा है, जिसके तहत कोल्हान के 2 कॉलेज के 75 एमबीए के छात्रों को चुना गया है. उन्होंने बताया है कि पूर्वी सिंहभूम जिला के सिदगोड़ा, कदमा, परसुडीह और मानगो थाना क्षेत्र के अलावा सरायकेला खरसावां जिला के आदित्यपुर और गम्हरिया थाना में सर्वे कराया जा रहा है, एक थाना क्षेत्र में 5 सौ घरों में सर्वे करना है.
सर्वे में पूछा गए सवाल
1. आपको शिकायत दर्ज कराने के लिए पुलिस स्टेशन जाने में सहज महसूस होता है.
2. आप उस वक्त सहज महसूस करते हैं जब आपको किसी कांड या घटना में एक गवाह के रूप में थाना में बुलाया जाता है.
3. आप अपने आसपास के क्षेत्र में किसी पुलिसकर्मी या पुलिस वाहन को देखने के बाद ज्यादा सुरक्षित महसूस करते हैं.
4. आपके क्षेत्र के अपराधकर्मियों में इस बात का भय है कि वह पुलिस द्वारा पकड़ लिए जाएंगे, अगर वह कोई अपराध करते हैं.
5. पुलिस समाज के अमीर और शक्तिशाली लोगों की तुलना में गरीब तबके के लोगों के साथ बुरा व्यवहार करती है.
6. समाज के किसी विशेष वर्ग के प्रति पुलिस का दृष्टिकोण तत्कालीन सरकार के रवैए पर भी निर्भर करता है.
7. अपने परिवार के किसी सदस्य की पुलिस में नौकरी लग जाने पर आप गौरवान्वित महसूस करते हैं.
8. आपको लगता है कि पांच 10 वर्ष पहले की तुलना में अब पुलिस के पास ज्यादा साधन और संसाधन है.
9. पुलिस के पास अपराध नियंत्रण और विधि व्यवस्था संधारण के अपने कर्तव्य के निष्पादन के लिए पर्याप्त व्यक्ति और संसाधन है.
10. पुलिस थानों में छोटे-मोटे अपराध- चोरी, गृह भेदन, पर्स, मोबाइल, चेन, आदि की छिनतई के मामले में शिकायत दर्ज कराना सहज है.
11. आपके क्षेत्र में पुलिस ने छोटे-मोटे अपराध जैसे चोरी, गृह भेदन, पर्स मोबाइल, चेन, आदि की छिनतई के मामलों को नियंत्रित करने के लिए कारगर कार्रवाई की है.
12. पुलिस थाने स्तर के पदाधिकारियों की तुलना में आपके शिकायत के निवारण के लिए वरीय पुलिस पदाधिकारियों से ज्यादा आसानी से संपर्क किया जा सकता है.
13. पुलिस थाने स्तर के पदाधिकारियों की तुलना में वरीय पदाधिकारियों को संपर्क करने पर आपके शिकायत का निवारण बेहतर तरीके से होता है.
14. पुलिस को अपराध की सूचना देने पर वह जल्द से जल्द घटनास्थल पर पहुंचकर कार्रवाई प्रारंभ कर देती है.
15. पुलिस आपके क्षेत्र में अपराध के संभावित स्थानों पर अपराध के संभावित समय पर गश्त लगाती है.
16. पुलिस कार्यप्रणाली में प्रचलित भ्रष्टाचार को आप एक से पांच तक के स्केल पर कहां आते हैं.
17. डायल 100 जैसे पहल अपराध की रिपोर्टिंग को आसान करने से पुलिस अधिक संवेदनशील हुई है.
18. यदि आप किसी अपराध की सूचना पुलिस को देंगे तो पुलिस आपके नाम की गोपनीयता भंग कर सकती है.
19. आप अपना घर बंद कर बाहर निकलने पर चोरी के डर से मुक्त सुरक्षित महसूस करते हैं.
20. आप किसी भी डर या भाई के बिना देर शाम रात भी अपने घर से बाहर निकल सकते हैं.