जमशेदपुरः पूर्वी सिंहभूम में बारिश के बाद डेंगू के मामले बढ़ गए हैं. जिले में अलग-अलग स्थानों में 100 से अधिक डेंगू मरीज मिले हैं. इसको लेकर जिला स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अलर्ट हो गया है. वहीं पूर्वी सिंहभूम के सिविल सर्जन जुझार मांझी ने बताया कि जिले में डेंगू के 141 मरीज चिन्हित किए गए हैं, लेकिन सभी सुरक्षित हैं. उन्होंने डेंगू से बचने के लिए जरूरी सुझाव देते हुए आम जनता से मच्छरों से बचने की अपील की है.
कुल 141 लोग हैं डेंगू से पीड़ितः बताते चलें कि जमशेदपुर के मानगो, छोटा गोविंदपुर, चाकूलिया के अलावा अन्य कई इलाके मे डेंगू के मरीज चिन्हित किये गए हैं. इनमें पुरुषों की संख्या अधिक है. लगातार बारिश होने से जल जमाव के कारण डेंगू का प्रकोप बढ़ गया है. जमशेदपुर के मानगो इलाके मे 50 और छोटा गोविंदपुर इलाके मे 14 डेंगू के मरीज चिन्हित किए गए हैं. सिविल सर्जन जुझार मांझी ने बताया कि 141 मरीजों में से 10 मरीजों का इलाज अस्पताल में चल रहा है. सभी मरीज खतरे से बाहर हैं.
डेंगू सस्पेक्टेड दो लोगों की झाड़ग्राम अस्पताल में मौतः उन्होंने स्पष्ट किया कि चाकूलिया के रहने वाले दो व्यक्ति की पश्चिम बंगाल के झाड़ग्राम अस्पताल में इलाज के दौरान मृत्यु हुई है. उनकी रिपोर्ट आने के बाद स्पष्ट होगा कि उनकी मौत का कारण डेंगू है या नहीं. सिविल सर्जन ने बताया की डेंगू की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग, नगर निकाय और कारपोरेट के द्वारा अभियान चलाकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है और सुझाव भी दिए जा रहे हैं. उन्होंने बताया की एडिस मच्छर के काटने से डेंगू होता है. इसलिए मच्छरों से बचने के लिए जरूरी उपाय करें.
डेंगू से डरने की जरूरत नहीं, जरूरी एहतियात बरतेंः सिविल सर्जन से कहा कि डेंगू से डरने की जरूरत नहीं है. उन्होंने आम जनता से इससे बचने के लिए अपील करते हुए कहा है कि घर के आसपास जल जमाव नहीं होने दें, कूलर, गमला, टायर और डिब्बे में ठहरे पानी को फेंक दें. उन्होंने बताया कि डेंगू होने पर बदन दर्द, बुखार और सिर दर्द होता है. ऐसा लक्षण मिलने पर मरीज को तुरंत नजदीकी अस्पताल में लेकर जाएं. इसकी जांच के लिए सरकारी अस्पतालों मे NS 1 kit से निःशुल्क जांच करने की सुविधा उपलब्ध है.