चाईबासा: जिले के सुदूरवर्ती नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के लोगों तक भोजन की व्यवस्था सुनिश्चित करने को लेकर जिला उपायुक्त अरवा राजकमल की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई. यह बैठक ई-मुलाकात ऐप के जरिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिले के सभी एसडीओ, एसडीपीओ, बीडीओ के साथ संपूर्ण तालाबंदी को लेकर एक समीक्षा बैठक आयोजित की गई.
समाहरणालय स्थित एनआईसी सभागार में आयोजित बैठक में राज्य सरकार की तरफ से प्राप्त निर्देशों के अनुपालन और कोरोना वायरस और खाद्यान्न वितरण से संबंधित प्रमुख बिंदुओं पर विस्तृत रूप से समीक्षा की गई. इस दौरान उपायुक्त अरवा राजकमल ने बताया कि आज की समीक्षा बैठक में मुख्य रूप से जन वितरण प्रणाली के अंतर्गत खाद्यान्न वितरण, राशन कार्ड से वंचित लोगों को 10 किलो चावल 1-1 रुपये किलो के दर से वितरण, दाल भात केंद्रों के संचालन, होम क्वॉरेंटाइन/ स्टेट क्वॉरेंटाइन, प्रवासी/ दैनिक दिहाड़ी मजदूर आदि के साथ-साथ पंचायत एवं ग्राम स्तर पर गठित समितियों की तरफ किए गए कार्य आदि से संबंधित बिंदुओं पर प्रखंड/ अनुमंडल वार विस्तृत समीक्षा की गई है.
उन्होंने बताया कि अभी तक जिले में किसी भी कोरोना पीड़ित पॉजिटिव की सूचना नहीं है, सभी संदिग्ध मामलों में करवाए गए सैंपल जांच नेगेटिव आए हैं. लेकिन एक विशेष जागरूकता और जानकारी जिले के हर क्षेत्र में उपलब्ध करवाने हेतु पदाधिकारियों को निर्देशित किया गया है. उपायुक्त के द्वारा जानकारी दी गई कि जिले के अन्य राज्यों से लगने वाली सीमाओं पर विशेष निगरानी रखते हुए पैदल जिले में प्रवेश करने वाले और अन्य जिलों से आकर जिले में काम करने वाले सभी दैनिक दिहाड़ी भाइयों को स्टेट क्वॉरेंटाइन केंद्र जैसे पंचायत भवन, विद्यालय भवन और चुनाव के दौरान चिन्हित कलस्टर भवनों में रखने का निर्देश दिया गया है.
बैठक में उपायुक्त के द्वारा निर्देश दिया गया कि किसी भी परिस्थिति में किसी भी व्यक्ति को जिले से बाहर जाने की इजाजत नहीं दी होगी. सभी संबंधित पदाधिकारी इनके भोजन और आवास की व्यवस्था करना सुनिश्चित करेंगे. बैठक में उपायुक्त ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को अपने-अपने क्षेत्र में एंबुलेंस व्यवस्था को सुदृढ़ करने से संबंधित आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए. उन्होंने बताया कि जिले में आवश्यकतानुसार एंबुलेंस की व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु कस्तूरबा गांधी विद्यालयों में संचालित एंबुलेंस को भी चालू अवस्था में रखने और स्वास्थ्य विभाग के साथ आपसी समन्वय स्थापित करते हुए प्रयोग करने का निर्देश दिया गया है.
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उपायुक्त के द्वारा कर्तव्य निर्वहन में लगे सभी पदाधिकारियों को अपनी सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने हेतु निर्देशित किया गया है. इस संबंध में उन्होंने कहा कि क्षेत्र में संकट काल में काम करने वाले सभी डॉक्टर, चिकित्साकर्मी, पुलिस पदाधिकारी कर्तव्य निर्वहन के दौरान मास्क का नियमित प्रयोग करें. समाजिक अलगाव के नियमों का पालन करते हुए क्षेत्रों में लगने वाले हाट बाजारों का संचालन सुनिश्चित किया जाए.
उपायुक्त ने इस बैठक में लापरवाही बरतने वाले जो भी राशन डीलर पकड़े जाते हैं तो उनका निलंबन करते हुए उनके ऊपर आपराधिक मामला दर्ज करवाया जाएं. जिले में दो ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं. उन्होंने कहा कि राशन डीलर की तरफ से उपभोक्ताओं को कम वजन या निर्धारित मूल्य से अधिक रुपए की मांग करने पर कार्रवाई सुनिश्चित करने हेतु जिला आपूर्ति पदाधिकारी एवं सभी अनुमंडल पदाधिकारी को निर्देशित किया गया है.
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इस कार्य के लिए जिले में उड़नदस्ता टीम का भी गठन किया गया है. उपायुक्त ने कहा कि जिले में सभी को राशन उपलब्ध करवाने के लिए प्रथम फेज में अप्रैल माह के राशन की उपलब्धता, 01 सप्ताह के अंदर मई माह के राशन की उपलब्धता तथा अगले 15 दिन में जून माह के राशन की उपलब्धता राज्य सरकार के निर्देश के आलोक में करवाने के लिए सभी पदाधिकारियों को आवश्यक तैयारी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है.
उपायुक्त के द्वारा बताया गया कि समीक्षा के दौरान यह ज्ञात में आया कि अभी स्थिति नियंत्रण में है. उन्होंने बताया कि जिले के ऐसे क्षेत्र जहां आवागमन के ज्यादा विकल्प उपलब्ध नहीं है वैसे सभी सुदूरवर्ती/नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सीआरपीएफ के पदाधिकारियों, वन विभाग तथा फॉरेस्ट गार्ड, स्थानीय सेविका/सहायिका के माध्यम से राशन/भोजन उपलब्ध करवाने हेतु पदाधिकारियों को निर्देशित किया गया है.इस बैठक में पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत माहथा, उप विकास आयुक्त आदित्य रंजन, जिला आपूर्ति पदाधिकारी जयदीप तिग्गा तथा पीसीआर कंट्रोल रूम के संचालक इस्पेक्टर जितेंद्र कुमार उपस्थित रहे.