जमशेदपुर: धार्मिक झंडे के रस्सी से हुए छेड़छाड़ के बाद दो पक्षों के साथ हुए विवाद के मामले में पुलिस ने मंगलवार देर शाम विश्व हिंदू परिषद और गौ रक्षा आंदोलन से जुड़े 9 युवकों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. उनकी गिरफ्तारी तब हुई जब वे कदमा सांप्रदायिक हिंसा के मामले में एसएसपी को ज्ञापन सौंपने गए थे. जेल भेजने के दौरान जमशेदपुर (पूर्वी) के विधायक सरयू राय ने उनसे मुलाकात की. उन्होंने सभी गिरफ्तार लोगों को हर संभव मदद देने का भरोसा दिया है.
इस संबंध में विधायक सरयू राय ने कहा है कि वे पूरी घटना की निंदा करते हैं. उन्होंने कहा कि जमशेदपुर पुलिस ने ज्ञापन देने गए विश्व हिन्दू परिषद और गौ रक्षा आंदोलन से जुड़े 9 युवकों को गिरफ्तार किया है. इस तरह की गिरफ्तारी करना बिल्कुल गलत, हास्यास्पद और निंदनीय है. इस दौरान ऐसे वकील को भी गिरफ्तार किया गया है जो अपनी मां के श्राद्ध कर्म से एक दिन पहले ही जमशेदपुर लौटा था.
सरयू राय ने कहा कि यह गिरफ्तार संगीन धाराओं में की गई है. इन पर 353, 153 ए, 120 बी, 295ए, 307, 27 आर्म्स एक्ट, 3/4 विस्फोटक एक्ट, 147, 158, 149, 332, 333, 337, 383, 427 जैसी धाराएं लगाई गई है. सरयू राय ने कहा कि इसे देख कर ऐसा लग रहा है कि ये लोग एसपी ऑफिस में बैठकर सभी अपराध को अंजाम देते थे. उन्होंने कहा कि इससे अधिक हास्यास्पद संवैधानिक व्यवस्था में क्या हो सकता है? यह आपराधिक कृत्य है जिसे जमशेदपुर पुलिस ने किसी दबाव में किया है. संविधान और कानून का पालन करने की शपथ लेकर अखिल भारतीय पुलिस सेवा में योगदान करने वालों का यह कारनामा सोच और समझ से परे है. उन्होंने कहा ऐसी धाराओं को देखने लगता है कि राजनीतिक दबाव में जिला पुलिस ने इस प्रकार का फैसला लिया है. ऐसा दमनकारी कार्य 1975 इमरजेंसी के दिनों की याद दिलाने वाला है.
विधायक सरयू राय ने कहा कि गिरफ्तार किए लोगों की कानूनी लड़ाई में उनका पूरा साथ होगा. जिला प्रशासन ने जिस प्रकार से इन लोगों को गिरफ्तार किया है उससे भय और आतंक का वातावरण माहौल बनाने की कोशिश की है. इस प्रकार का मंसूबा पूरा नहीं होने दिया जाएगा.