जमशेदपुर: वैश्विक महामारी कोरोना के कहर से पूरी दुनिया त्राहिमाम है. ऐसे में फ्रंटलाइन में काम करने वाले कोरोना वॉरियर्स भी इस संक्रमण से अछूते नहीं है. इसकी रोकथाम के लिये अब आरोपी की जांच भी अनिवार्य कर दी गई है. किसी भी मामले में गिरफ्तार आरोपी या अपराधी को जेल भेजने से पहले कोरोना जांच करवाना अनिवार्य है.
कैदियों से गुलजार हुआ पुराना जेल
जमशेदपुर जिला प्रसाशन की ओर से साकची स्थित पुराना जेल को क्वॉरेंटाइन जेल बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. यहां वैसे कैदियों को रखा जा रहा है, जो किसी न किसी अपराध में पहले शामिल हो चुके हैं. अब उन्हें सीधे घाघीडीह जेल न भेजकर, साकची स्थित जेल में 21 दिनों के लिए क्वॉरेंटाइन में रखा जा रहा है. इसके बाद उन्हें घाघीडीह स्थित मंडल कारा में शिफ्ट कर दिया जाएगा. इस जेल में कमिश्नरी लेवल के अपराधियों को 21 दिनों के क्वॉरेंटाइन में रखा जा रहा है.
जेल के अंदर बनाए गए हैं कैंप
शहर में कोरोना संक्रमण से लोगों को बचाने के लिए बिना मास्क लगाए घूमने वालों और सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है. मास्क का प्रयोग नहीं करने वालों पर प्रासाशन का डंडा चल रहा है. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने वालों को बिष्टुपुर स्थित मोतीलाल नेहरू पब्लिक स्कूल में बने क्वॉरेंटाइन सेंटर में भेजा जा रहा है.
ये भी पढ़ें-लद्दाख में सड़क निर्माण के दौरान विस्फोट में साहिबगंज के एक मजदूर की मौत, सीएम हेमंत ने जताया दुख
जांच के बाद कोर्ट में पेशी
जमशेदपुर में कोरोना संक्रमण के दौरान पकड़े गए अपराधियों को गिरफ्तार करने के बाद ट्रू नेट मशीन से संक्रमण की जांच की जा रही है. इसके बाद अपराधियों को साकची स्थित पुराना जेल में 21 दिनों के लिए क्वॉरेंटाइन सेंटर में भेजा जा रहा है. उसके बाद अपराधियों को घाघीडीह स्थित केंद्रीय मंडल कारा में भेजा जा रहा है. जमशेदपुर में बढ़ते कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या ने पूरी तरह से प्रशासन के होश उड़ा दिए हैं. इसे रोकने को लेकर लगातार जिले के वरीय प्रशासनिक पदाधिकारी सर्विलांस टीम के साथ बैठक कर आवश्यक दिशा निर्देश देते नजर आ रहे हैं.
कोरोना के कहर से दुनिया में मचा है त्राहिमाम
पिछले 1 सप्ताह में कोरोना संक्रमित मरीजों की और उनके संपर्क में आए लोगों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि हुई है. इससे प्रशासन की चिंता बढ़ गई है. सिदगोड़ा थाना क्षेत्र में कोरोना वॉरियर्स ने नकली शराब बेचने वाले अपराधी को गिरफ्तार कर ले आई. अपराधी की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आई, जिसके बाद थाने को सील कर दिया गया. ऐसे में कोरोना वॉरियर्स के लिए अपराधियों को पकड़ना और भी मुश्किल हो रहा है.