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कब सुधरेगा एमजीएम अस्पताल! केंद्रीय टीम ने किया निरीक्षण, पाई गई कई खामियां

शुक्रवार को सात सदस्यीय टीम ने कोल्हान के सबसे बड़े अस्पताल एमजीएम का निरीक्षण किया. जिसमें कई खामियां पाई गई. उन्होंने बताया कि जबतक यहां अलग से 200 बेड का अस्पताल नहीं बनाया जाएगा, तब तक यहां की सुविधा में सुधार नहीं लाया जा सकता है.

Central team inspects MGM hospital in jamshedpur
कब सुधरेगा एमजीएम अस्पताल
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Published : Feb 21, 2020, 5:36 PM IST

जमशेदपुर: झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कोल्हान के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एमजीएम की दशा और दिशा को सुधारने के निर्देश दिए हैं. इसे लेकर तैयारियां शुरु कर दी गई हैं. शुक्रवार को दिल्ली एम्स, रिम्स और टाटा में बने अस्पताल की सात सदस्यीय टीम ने एमजीएम का निरीक्षण किया.

देखें पूरी खबर

एमजीएम अस्पताल बदहाल व्यवस्था को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहता है. कोल्हान का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल हाल के दिनों में संसाधन की कमी से जूझ रहा है. रोजाना यहां आने वाले लगभग डेढ़ हजार मरीजों को बेहतर सुविधा नहीं मिल पाती है, जिसके कारण उसे किसी अन्य अस्पताल में रेफर किया जाता है.

इसे भी पढे़ं:- मार्च-अप्रैल में बढ़ सकती है बिहार जाने वाले यात्रियों की परेशानी, कई ट्रेन रद्द

स्वास्थ्य मंत्री के निर्देश के बाद दिल्ली एम्स और सूबे की राजधानी से आए सात सदस्य की टीम ने एमजीएम अस्पताल का बारीकी से निरीक्षण किया. जिसमें सदस्यों ने पाया कि अस्पताल में कर्मियों की कमी है, साथ ही संसाधनों की बेहद कमी है. उन्होंने बताया कि अस्पताल के परिसर में 200 से अधिक बेड वाले अस्पताल बनने पर ही समस्या से निजात मिल पाएगी. टीम ने लगभग चार घंटे तक अस्पताल का निरीक्षण किया.

जमशेदपुर: झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कोल्हान के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एमजीएम की दशा और दिशा को सुधारने के निर्देश दिए हैं. इसे लेकर तैयारियां शुरु कर दी गई हैं. शुक्रवार को दिल्ली एम्स, रिम्स और टाटा में बने अस्पताल की सात सदस्यीय टीम ने एमजीएम का निरीक्षण किया.

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एमजीएम अस्पताल बदहाल व्यवस्था को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहता है. कोल्हान का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल हाल के दिनों में संसाधन की कमी से जूझ रहा है. रोजाना यहां आने वाले लगभग डेढ़ हजार मरीजों को बेहतर सुविधा नहीं मिल पाती है, जिसके कारण उसे किसी अन्य अस्पताल में रेफर किया जाता है.

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