जमशेदपुर: झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कोल्हान के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एमजीएम की दशा और दिशा को सुधारने के निर्देश दिए हैं. इसे लेकर तैयारियां शुरु कर दी गई हैं. शुक्रवार को दिल्ली एम्स, रिम्स और टाटा में बने अस्पताल की सात सदस्यीय टीम ने एमजीएम का निरीक्षण किया.
एमजीएम अस्पताल बदहाल व्यवस्था को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहता है. कोल्हान का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल हाल के दिनों में संसाधन की कमी से जूझ रहा है. रोजाना यहां आने वाले लगभग डेढ़ हजार मरीजों को बेहतर सुविधा नहीं मिल पाती है, जिसके कारण उसे किसी अन्य अस्पताल में रेफर किया जाता है.
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स्वास्थ्य मंत्री के निर्देश के बाद दिल्ली एम्स और सूबे की राजधानी से आए सात सदस्य की टीम ने एमजीएम अस्पताल का बारीकी से निरीक्षण किया. जिसमें सदस्यों ने पाया कि अस्पताल में कर्मियों की कमी है, साथ ही संसाधनों की बेहद कमी है. उन्होंने बताया कि अस्पताल के परिसर में 200 से अधिक बेड वाले अस्पताल बनने पर ही समस्या से निजात मिल पाएगी. टीम ने लगभग चार घंटे तक अस्पताल का निरीक्षण किया.