जमशेदपुरः पूर्वी सिंहभूम सिविल सर्जन कार्यालय में फर्जी नियुक्ति का मामला सामने आया है. छह लोगों ने फर्जी तरीके से कागजात को तैयार किया, जिसके आधार पर नियुक्ति हुई. सिविल सर्जन ने बताया कि डायरेक्टर इन चीफ का फर्जी स्टाम्प और हस्ताक्षर किया नियुक्ति पत्र तैयार किया और नौकरी करने लगा. इसका खुलासा जांच में हुआ है. इस मामले में सिविल सर्जन ने परसुडीह थाने में 6 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है. इसमें एक महिला भी शामिल है.
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सिविल सर्जन जुझार मांझी ने बताया कि दिसंबर 2022 में 6 लोगों ने पूर्वी सिंहभूम जिला के सिविल सर्जन कार्यालय में नियुक्ति के लिए नियुक्ति पत्र लेकर आए, जिसमें एक महिला भी शामिल थी. इसमें एक बालूमाथ लातेहार से स्थानांतरण संबंधी पत्र, दूसरा हुसैनाबाद पलामू से स्थानांतरण संबंधी पत्र, तीसरा अनुकंपा के आधार पर नियुक्ति पत्र, चौथा जहानाबाद बिहार से अनुकंपा के आधार पर नियुक्ति संबंधित पत्र, पांचवां जमशेदपुर में अनुकंपा के आधार पर नियुक्ति पत्र और छठा रांची की रहने वाली एक महिला अनुकंपा के आधार पर नियुक्ति पत्र लेकर सदर अस्पताल पहुंची थी.
सिविल सर्जन ने बताया कि इन लोगों ने हाथों हाथ नियुक्ति पत्र लेकर आये, तो शक हुआ. इसके बाद मामले की जांच अनुशंसा पत्र रांची भेजा. डायरेक्टर इन चीफ कार्यालय से बताया गया कि यहां से किसी भी तरह की नियुक्ति पत्र जारी नहीं किया गया है. जिन लोगों ने नियुक्ति पत्र लेकर आया है, उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराये. सिविल सर्जन ने बताया कि नियुक्ति पत्र में डायरेक्टर इन चीफ का हूबहू हस्ताक्षर और स्टांप का इस्तेमाल किया गया है. उन्होंने कहा कि इस मामले में प्राथमिकी दर्ज करा दी गई है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.