जमशेदपुरः कोरोना संक्रमण से निपटने की तैयारियों को लेकर झारखंड सरकार के दावों की अब पोल खुल रही है. सरकार की कुंभकर्णी निंद्रा से चिंतित होकर राज्यहित में उच्च न्यायालय को भी सरकार की अव्यवस्था के विरुद्ध संज्ञान लेना पड़ा है. ये बातें बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता सह पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी ने कही हैं. शनिवार शाम किए गए प्रेस कॉन्फ्रेंस में बीजेपी प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी ने झारखंड सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए आक्रामक तेवर दिखाए. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने राज्य में टेस्टिंग के हालात और अव्यवस्था को लेकर लगातार सरकार का ध्यान आकर्षित किया है. इसके बावजूद सुधार नहीं हुए हैं.
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वहीं, सरकार की लापरवाही के खिलाफ झारखंड उच्च न्यायालय ने स्वास्थ्य व्यवस्था और कोरोना के विरुद्ध तैयारियों पर संज्ञान लेकर सख्त टिप्पणी की है. उच्च न्यायालय की टिप्पणी पर बीजेपी प्रवक्ता ने सम्मान जाहिर करते हुए कहा कि राज्य की जनता के स्वास्थ्य के लिए उच्च न्यायालय की यह टिप्पणी अत्यंत अपेक्षित थी. बीजेपी प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी ने कहा कि आधारभूत संरचनाओं और कार्य योजनाओं के अभाव में राज्य सरकार दिशाहीन प्रयास कर जनता को दिग्भ्रमित कर रही है.
बीजेपी ने रैपिड टेस्टिंग की मांग को दोहराते हुए अविलंब अव्यवस्थाओं को दूर करने का आग्रह किया है. कुणाल षाड़ंगी ने कहा कि बीजेपी की आग्रह पर ना सही लेकिन उच्च न्यायालय की टिप्पणी के बाद सरकार को कुंभकर्णी निंद्रा से जागना चाहिए और युद्धस्तर पर कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने की कार्य योजना पर पहल सुनिश्चित करनी चाहिए.