जमशेदपुरः कोरोना महामारी से बचने के लिए विश्व के कई देशों में वैक्सीन बनाने का प्रयोग किया जा रहा जबकि WHO ने वैक्सीन के आने में अभी वक्त लगने की बात कही है. वहीं पतंजलि निर्मित बाबा रामदेव की आयुर्वेदिक दवा कोरोनिल कोरोना पॉजिटिव मरीजों के लिए लायी गयी है.
जबकि देश के आयुष मंत्रलाय ने बिना अनुमति के कोरोनिल टेबलेट्स के प्रचार प्रसार पर रोक लगा दी है. अब इस मुद्दे पर झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा है कि झारखंड की जनता बाबा रामदेव की लैब का कोई चूहा नहीं जिसे कोई भी दवा खिलाया जाए.
उन्होंने कहा है कि भारत सरकार से हरी झंडी मिलने के बाद झारखंड सरकार से अनुमति लेने के बाद ही कोई दवा बेच सकते है. देश में बाबा रामदेव की कोरोनिल दवा चर्चा का विषय बना हुआ है. कोरोना पॉजिटिव मरीजों के लिए बाबा रामदेव द्वारा लाई गई इस दवा के प्रचार पर भारत के आयुष मंत्रालय ने रोक लगा दी है.
यह भी पढ़ेंः शनिवार को झारखंड में 45 कोरोना संक्रमित मिले, राज्य में कुल आंकड़ा पहुंचा 2339
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता भी इस मामले में गंभीर दिख रहे है. जमशेदपुर में कदमा स्थित अपने कार्यालय में उन्होंने बातचीत के दौरान कहा है कि बाबा रामदेव को भारत सरकार के आयुष मंत्रालय और आसीएमआर से अनुमति लेने के बाद ही राज्य की सरकार से अनुमति लेकर दवा को बेचने का काम करना होगा.
उन्होंने कहा है कि झारखंड की जनता बाबा रामदेव के प्रयोगशाला का चूहा नही जिसे कोई भी दवा खिलाया जा सके .ऐसे में दवा का सकारात्मक और नकारात्मक परिणाम भी आ सकते है जिससे स्थित और भयावह होगी.
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि यह गंभीर मामला है. बाबा रामदेव को आयुष मंत्रालय से अनुमति लेने के बाद झारखंड सरकार से अनुमति लेकर ही दवा बेचनी होगी. उन्होंने कहा है कि राज्य में जितने संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है उससे ज्यादा रिकवरी हो रही है.