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आयुष्मान कार्डधारी के बच्चे ने इलाज के अभाव में तोड़ा दम, पूर्व सीएम और सांसद से नहीं मिली कोई मदद

जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल में परसुडीह इलाके के राजेश पात्रो के बेटे की मौत इलाज के अभाव में हो गई. उसे आयुष्मान कार्ड होने का भी कोई फायदा नहीं मिला. इतना ही नहीं उसने पूर्व सीएम, सांसद और सिविल सर्जन से भी मदद की गुहार लगाई थी इसके बावजूद भी नतीज सिफर ही रहा.

Ayushman card, आयुष्मान कार्ड
रोती-बिलखती बच्चे की मां
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Published : Jan 21, 2020, 2:53 AM IST

जमशेदपुर: लौहनगरी के एमजीएम अस्पताल में एक बार फिर से कुव्यवस्था का आलाम देखने को मिला. परसुडीह इलाके के राजेश पात्रो के बेटे की मौत इलाज के अभाव में हो गई. परिजनों ने सरकार के जनप्रतिनिधि पर आरोप लगाया कि उनकी फरियाद किसी ने नहीं सुनी.

देखें पूरी खबर

इलाज के अभाव में तोड़ा दम
दरअसल, एमजीएम अस्पताल में सोमवार को परसुडीह थाना क्षेत्र के गोलपहाड़ी निवासी राजेश पात्रो के 12 वर्षीय बेटे सौरव पात्रो की इलाज के अभाव में हो मौत हो गई. मृत बच्चे के परिजनों ने यह आरोप लगाया की आयुष्मान कार्ड होने के बावजूद भी बच्चे का ऑपरेशन अस्पताल में नहीं हो सका. राजेश के मुताबिक 12 वर्षीय सौरभ के दिल में छेद था. बच्चे की हालत गंभीर होने पर परिजनों मे एमजीएम अस्पताल में बच्चे को भर्ती कराया. अंत में इलाज के अभाव में बच्चे ने दम तोड़ दिया जिसे देखकर उसकी मां काफी देर तक वहां रोती-बिलखती रही.

ये भी पढ़ें- साइबर ठगों ने उगले अनसुलझे राज, टाटा मोटर्स की नौकरी छोड़ इस धंधे में आया था महेश

किसी ने नहीं सुनी फरियाद
बच्चे के पिता ने झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास, स्थानीय सांसद, और जिले के सिविल सर्जन के पास इलाज के लिए मदद भी मांगी थी. लेकिन किसी ने कोई मदद नहीं की इसके साथ ही पश्चिम बंगाल, ओडिशा और बिहार के भी चक्कर काटे पर कहीं पर भी इलाज नहीं हुआ. सोमवार को सुबह एमजीएम अस्पताल में भीइलाज नहीं हो पाया. पेशे से राजेश पात्रो निजी चालक का काम करते हैं. बेटे के इलाज के लिए अपनी जमापूंजी झोंक दी थी. आयुष्मान कार्ड भी बनवाया पर किसी भी अस्पताल में बेटे का ऑपरेशन नहीं किया गया.

जमशेदपुर: लौहनगरी के एमजीएम अस्पताल में एक बार फिर से कुव्यवस्था का आलाम देखने को मिला. परसुडीह इलाके के राजेश पात्रो के बेटे की मौत इलाज के अभाव में हो गई. परिजनों ने सरकार के जनप्रतिनिधि पर आरोप लगाया कि उनकी फरियाद किसी ने नहीं सुनी.

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इलाज के अभाव में तोड़ा दम
दरअसल, एमजीएम अस्पताल में सोमवार को परसुडीह थाना क्षेत्र के गोलपहाड़ी निवासी राजेश पात्रो के 12 वर्षीय बेटे सौरव पात्रो की इलाज के अभाव में हो मौत हो गई. मृत बच्चे के परिजनों ने यह आरोप लगाया की आयुष्मान कार्ड होने के बावजूद भी बच्चे का ऑपरेशन अस्पताल में नहीं हो सका. राजेश के मुताबिक 12 वर्षीय सौरभ के दिल में छेद था. बच्चे की हालत गंभीर होने पर परिजनों मे एमजीएम अस्पताल में बच्चे को भर्ती कराया. अंत में इलाज के अभाव में बच्चे ने दम तोड़ दिया जिसे देखकर उसकी मां काफी देर तक वहां रोती-बिलखती रही.

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किसी ने नहीं सुनी फरियाद
बच्चे के पिता ने झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास, स्थानीय सांसद, और जिले के सिविल सर्जन के पास इलाज के लिए मदद भी मांगी थी. लेकिन किसी ने कोई मदद नहीं की इसके साथ ही पश्चिम बंगाल, ओडिशा और बिहार के भी चक्कर काटे पर कहीं पर भी इलाज नहीं हुआ. सोमवार को सुबह एमजीएम अस्पताल में भीइलाज नहीं हो पाया. पेशे से राजेश पात्रो निजी चालक का काम करते हैं. बेटे के इलाज के लिए अपनी जमापूंजी झोंक दी थी. आयुष्मान कार्ड भी बनवाया पर किसी भी अस्पताल में बेटे का ऑपरेशन नहीं किया गया.

Intro:एंकर--जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल में कु-व्यवस्था का आलाम फ़िर से देखने को मिला.परसुडीह थाना क्षेत्र के राजेश पात्रो के बेटे की मौत ईलाज के अभाव में हो गई।परिजनों ने सरकार के जनप्रतिनिधि पर आरोप लगाया कि उनकी फरियाद किसी ने नहीं सुनी।
Body:वीओ1--यह तस्वीर है कोल्हान के सबसे बड़े अस्पताल एमजीएम की सोमवार की सुबह परसुडीह थाना क्षेत्र के गोलपहाड़ी निवासी राजेश पात्रों के 12 वर्षीय बेटे सौरव पात्रों की मौत ईलाज के अभाव में हो गई.मृत बच्चे के परिजनों ने यह आरोप लगाया की आयुष्मान कार्ड होने के बावजूद भी बच्चे का ऑपरेशन अस्पताल में नहीं हो सका राजेश पात्रों के मुताबिक 12 वर्षीय सौरभ को दिल में क्षेद थी. बच्चे की हालत गंभीर होने पर परिजन एमजीएम अस्पताल में बच्चे को भर्ती कराया.अंत में ईलाज के अभाव में बच्चा मर गया.बच्चे की हालत को देखकर माँ रो पड़ी।
बाइट--राजेश पात्रो(पीड़ित परिजन)
वीओ2--किसी ने नहीं सुनी फरियाद--
बच्चे के पिता ने झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास,स्थानीय सांसद,व जिले के सिविल सर्जन के पास ईलाज के लिए मदद माँगने गए लेकिन किसी ने कोई मदद नहीं कि साथ ही पश्चिम बंगाल,ओडिशा,बिहार के भी चक्कर काटे पर कहीं पर भी ईलाज नहीं हुआ.सोमवार को सुबह एमजीएम अस्पताल में भी ईलाज नहीं हो पाया.पेशे से राजेश पात्रो निजी चालक का काम करते हैं.बेटे के ईलाज के लिए अपनी सभी जमा -पूंजी झोंक दी थी.आयुष्मान कार्ड भी बनवाया पर किसी भी अस्पताल में बेटे का ऑपरेशन नहीं किया गया।
बाइट--राजेश पात्रों(पीड़ित परिजन)Conclusion:
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