जमशेदपुर: शहर के पूर्व सिविल सर्जन (सीएस) डॉ. महेश्वर प्रसाद पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगा है. इसकी शिकायत महिला पीड़ित ने स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता से की थी, जिसके बाद स्वास्थ्य मंत्री ने जिला प्रशासन को मामले का जांच करने का आदेश दिया था. उसके आलोक में एसडीओ नीतीश कुमार सिंह ने सिविल सर्जन डॉ. आरएन झा को जांच का आदेश दिया है.
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पांच सदस्यीय टीम का गठन
सिविल सर्जन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए पांच सदस्यीय टीम का गठन किया है. टीम में अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी (एसीएमओ) डॉ. साहिर पाल, जिला आरसीएच पदाधिकारी डॉ. बीएन उषा, जिला वीवीडी पदाधिकारी डॉ. मीना कालुंडिया, सदर अस्पताल के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अरुण कुमार बाखला जुगसलाई, सह गोलमुरी की प्रभारी डॉ. लक्ष्मी कुमारी शामिल है.
सीएस ने दिया आदेश
सीएस ने आदेश दिया है कि 11 नवंबर को सीएस कार्यालय में उपस्थित होकर जांच शुरु करें. महिला लैब टेक्नीशियन के पति की ओर से लिखित शिकायत की गई थी. इसमें कहा गया है कि उनकी पत्नी सदर अस्पताल में लैब टेक्नीशियन पद पर कार्यरत है. पूर्व सिविल सर्जन डॉ. महेश्वर प्रसाद उसे लगातार मानसिक रुप से प्रताड़ित कर रहे थे.