जमशेदपुर: कोविड-19 के लॉकडाउन में दूसरे प्रदेश में फंसे प्रवासी मजदूरों के लौटने पर जिला प्रशासन उन्हें हर संभव रोजगार से जोड़ने की दिशा में प्रयासरत हैं. प्रवासी मजदूरों को हाट से जोड़ने के लिए कृषि उत्पादन बाजार समिति के सचिव ने ग्रामीण क्षेत्र में बन्द पड़े घाघीडीह हाट बाजार का निरीक्षण किया है.
निरीक्षण के दौरान उन्होंने बताया कि हाट की अधिकांश जमीन पर अतिक्रमण कर लिया गया है, जिसे अतिक्रमण मुक्त कराकर प्रवासी मजदूरों को रोजगार के लिए हाट उपलब्ध कराया जाएगा. कोविड-19 के लॉकडाउन में प्रवासी मजदूर दूसरे प्रदेश से अपने प्रदेश लौटे हैं, जिसमें झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले में बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर लौटे हैं, जिन्हें रोजगार से जोड़ने के लिए जिला प्रशासन सरकार की नई योजना से उन्हें जोड़ रही है.
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वहीं, ग्रामीण क्षेत्र में प्रवासियों को खेती से जुड़े रोजगार के लिए पहल की जा रही है, जिसके तहत कृषि उत्पादन बाजार समिति के सचिव द्वारा 32 साल से बन्द पड़ी घाघीडीह हाट का निरीक्षण किया गया है. इस दौरान स्थानीय ग्रामीण भी मौजूद रहे.
निरीक्षण के दौरान यह पाया गया कि घाघीडीह हाट की अधिकांश जमीन पर अतिक्रमण कर लिया गया है. बाजार में सिर्फ 1 दुकान लग रही है, जिसे देखते हुए बाजार समिति के सचिव ने लोगों से पूछताछ की है. कृषि उत्पादन बाजार समिति के सचिव संजय कच्छप ने बताया कि हाट बाजार की जमीन का पूरा रिपोर्ट जिला प्रशासन को सौंपा जाएगा और बाजार की जमीन को अतिक्रमणमुक्त कराया जाएगा. उन्होंने यह भी बताया कि मार्केटिंग बोर्ड के जरिए इस पुराने हाट बाजार का जीर्णोधार किया जाएगा, जिससे बाहर से आये प्रवासी मजदूरों को तत्काल रोजगार के लिए बाजार उपलब्ध हो सके. जल्द ही यह मिशन पूरा होगा.