जमशेदपुरः औद्योगिक नगरी होने की वजह से गैस रिसाव जैसी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए 24 फरवरी को जिला प्रशासन की ओर से मॉक ड्रिल किया जाना है. इसी को लेकर शनिवार को जिला सभागार में उपायुक्त सूरज कुमार की अध्यक्षता में सभी संबंधित पदाधिकारियों, टाटा स्टील कंपनी के प्रतिनिधि और एनडीआरएफ की टीम के साथ बैठक आयोजित की गई. इस दौरान उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी मॉक ड्रिल की तैयारियों से अवगत हुए और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए.
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कंपनी परिसर में ऑन साइट रिहर्सल
23 फरवरी को टाटा स्टील कंपनी परिसर में ऑन साइट रिहर्सल मॉक ड्रिल किया जाएगा. वहीं 24 फरवरी को बिष्टुपुर में ऑफ साइट मॉक ड्रिल होना है. इस मौके पर उपायुक्त ने कहा कि बैठक का उद्देश्य यह है कि सभी संबंधितों को मॉक ड्रिल के दिन अपना रोल और जिम्मेदारी पता रहे.
उन्होंने सिविल सर्जन को एंबुलेंस के साथ मेडिकल सेट अप तैयार रखने के निर्देश दिए. वहीं अग्निशमन विभाग को अग्निशामक वाहन की व्यवस्था का निर्देश दिया. उपायुक्त की ओर से स्पष्ट किया गया कि एंबुलेंस या ऐसे अन्य वाहन या जगह जो मॉक ड्रिल के क्षेत्र में आएंगे उनमें साफ और बड़े शब्दों में मॉक ड्रिल जरूर लिखा रहे, ताकि आम जनता में किसी तरह की चिंता की स्थिति न बने और कोई असामाजिक तत्व मॉक ड्रिल का वीडियो बनाकर इसका गलत इस्तेमाल न कर सके.
उपायुक्त ने बताया कि मॉक ड्रिल के दौरान गैस रिसाव से कम प्रभावित हुए लोगों को जगह खाली कराते हुए सांकेतिक रूप से माइकल जॉन ऑडिटोरिम में रखा जाएगा. वहीं ज्यादा प्रभावित लोगों को टीएमएच में भर्ती कराया जाएगा. उन्होने कहा कि जिंजर होटल से टीएमएच तक ग्रीन कॉरिडोर बनाया जाएगा. इसके साथ ही यातायात व्यवस्था सुगमता से बहाल रहे, इस बाबत भी उन्होंने जरूरी दिशा-निर्देश दिए.