जमशेदपुर: पूर्वी सिंहभूम जिला और उसके आसपास क्षेत्रों में पिछले तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. वहीं दूसरी ओर लगातार बारिश से जमशेदपुर होकर गुजरने वाली खरखई नदी और स्वर्णरेखा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. वहीं नदियों के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए प्रशासन अलर्ट हो गया है.
ये भी पढ़ें-जमशेदपुर के साकची में अगलगी की वारदात, 6 दुकान जलकर राख, लाखों का नुकसान
खरखई नदी खतरे निशान के करीब: लगातार बारिश से खरकई नदी का जलस्तर खतरे के निशान के नजदीक पहुंच गया है. इस कारण उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने विशेष दिशा-निर्देश जारी किया है. उन्होंने सभी बीडीओ, सीओ और नगर निकायों को जरूरी एहतियातन कदम उठाने का निर्देश दिया है. वर्तमान में खरकई का वाटर लेवल 128.90 है, जो खतरे के निशान 129.00 से मात्र .10 ही कम है. उपायुक्त ने बारिश के कारण जमशेदपुर शहर से होकर गुजरने वाली स्वर्णरेखा और खरकई नदी के तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को माइकिंग के माध्यम से अलर्ट करने और नदी के पास नहीं जाने की अपील की है. उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने कहा कि डूब क्षेत्र में नदी का पानी घुसने पर तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को चिन्हित कर आश्रय गृह में भेजना सुनिश्चित करें. लाइफ सेविंग जैकेट, नाव, मेडिकल किट आदि के मुकम्मल इंतजाम रखें, ताकि आकस्मिक स्थिति में ऊहापोह की स्थिति नहीं रहे.
उपायुक्त की इन क्षेत्र के लोगों से सावधान रहने की अपील कीः वहीं उपायुक्त ने कदमा, बागबेड़ा, भुइंयाडीह, कल्याणनगर, शास्त्रीनगर, मानगो, जुगसलाई आदि में नदी के तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों से भी सतर्क रहने की अपील की. उपायुक्त ने कहा कि सबसे पहले जान-माल की सुरक्षा है. ऐसे में लोगों से विशेष अपील है कि प्रशासन द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशों का अनुपालन अवश्य करें.
धालभूम एसडीएम ने की पदाधिकारियों संग बैठकः वहीं पूर्वी सिंहभूम में लगातार हो रही बारिश को देखते हुए धालभूम एसडीएम पीयूष सिन्हा ने पदाधिकारियों संग बैठक की. उन्होंने बैठक कर नगर निकायों के पदाधिकारी, सीओ, थाना प्रभारी, जुस्को और सिविल डिफेंस के प्रतिनिधि को जरूरी कदम उठाने का निर्देश दिया है. उन्होंने आश्रय गृह चिन्हित करने के साथ-साथ नदी के निचले इलाकों में पानी घुसने पर लोगों को सुरक्षित ऊंचे स्थानों में बने आश्रय गृह में भेजने का निर्देश दिया है. धालभूम एसडीएम ने नाव, लाइफ सेविंग जैकेट और मेडिकल किट तैयार रखने का निर्देश दिया है. नदियों में जलस्तर बढ़ने की स्थिति में लगातार माइकिंग कराने, पदाधिकारियों को तटीय क्षेत्रों में भ्रमणशील रहने का निर्देश दिया गया है. तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों से भी अपील करते हुए उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा दिए जा रहे निर्देशों का अनुपालन कर सहयोग प्रदान करें.