ETV Bharat / state

जमशेदपुर में आचार्य अरविंद ने योग से बचाई हजारों जान, अस्पतालों के चक्कर लगाने से दिलायी राहत - झारखंड न्यूज

जमशेदपुर में अरविंद ने योग के माध्यम से हजारों लोगों अस्पतालों के चक्कर से छुटकारा दिलाया है. वह हजारों लोगों को योगा सिखा कर उनके जीवन को बेहतर बना चुके है.

योग आचार्य अरविंद
author img

By

Published : Jun 21, 2019, 5:01 AM IST

Updated : Jun 21, 2019, 8:25 AM IST

जमशेदपुर: लौहनगरी के आचार्य अरविंद ने योग से कई लोगों के स्वास्थ्य को बेहतर ही नहीं किया बल्कि हजारों लोगों को अस्पतालों के चक्कर काटने से छुटकारा भी दिलाया है. वह कई सालों से योग के माध्यम से हजारों जीवन को बेहतर बनाते आ रहे हैं.

देखें पूरा वीडियो

योग क्यों जरुरी है
योग में मांसपेशियों को तानने, सिकोड़ने और ऐंठने वाली शारीरिक क्रियाएं करनी पड़ती है. जिससे शरीर में तनाव दूर करने वाली क्रियाएं भी होती है. इससे मोटापा दूर करने के साथ-साथ शरीर के रक्तचाप में आराम मिलता है. रोजाना योग करने से मनुष्य का शरीर निरोग ओर स्वस्थ रहता है.

योग और प्राणायाम भारतीय संस्कृति के जीवन शैली के प्राण हैं. शारीरिक स्वास्थ्य के लिए योग को वरदान माना गया है. 13 सालों से अरविंद स्टील सिटी के लोगों का जीवन संवार रहे हैं. इनका दावा है कि वो 50-60 हजार लोगों को योग सीखा चुके हैं. वह 17 सालों से योग से जुड़े हैं. इनका कहना है कि बेचैनी और थकान से निजात पाने के लिए युवा पीढ़ी को योग करना चाहिये.

गंभीर बीमारी से जूझ रहे लौहनगरी के जगदीश ने बताया कि सात सालों तक दवा का सेवन करने के बाद योग के माध्यम से वो निरोग हुए. योग करने के बाद से दवा का डोज कम हुआ है. वहीं, थायरॉइड, ज्वाइंट पेन से जूझ रही सुषमा ने बताया कि योग के माध्यम से उन्हें बीमारियों से निजात मिला है.

जमशेदपुर: लौहनगरी के आचार्य अरविंद ने योग से कई लोगों के स्वास्थ्य को बेहतर ही नहीं किया बल्कि हजारों लोगों को अस्पतालों के चक्कर काटने से छुटकारा भी दिलाया है. वह कई सालों से योग के माध्यम से हजारों जीवन को बेहतर बनाते आ रहे हैं.

देखें पूरा वीडियो

योग क्यों जरुरी है
योग में मांसपेशियों को तानने, सिकोड़ने और ऐंठने वाली शारीरिक क्रियाएं करनी पड़ती है. जिससे शरीर में तनाव दूर करने वाली क्रियाएं भी होती है. इससे मोटापा दूर करने के साथ-साथ शरीर के रक्तचाप में आराम मिलता है. रोजाना योग करने से मनुष्य का शरीर निरोग ओर स्वस्थ रहता है.

योग और प्राणायाम भारतीय संस्कृति के जीवन शैली के प्राण हैं. शारीरिक स्वास्थ्य के लिए योग को वरदान माना गया है. 13 सालों से अरविंद स्टील सिटी के लोगों का जीवन संवार रहे हैं. इनका दावा है कि वो 50-60 हजार लोगों को योग सीखा चुके हैं. वह 17 सालों से योग से जुड़े हैं. इनका कहना है कि बेचैनी और थकान से निजात पाने के लिए युवा पीढ़ी को योग करना चाहिये.

गंभीर बीमारी से जूझ रहे लौहनगरी के जगदीश ने बताया कि सात सालों तक दवा का सेवन करने के बाद योग के माध्यम से वो निरोग हुए. योग करने के बाद से दवा का डोज कम हुआ है. वहीं, थायरॉइड, ज्वाइंट पेन से जूझ रही सुषमा ने बताया कि योग के माध्यम से उन्हें बीमारियों से निजात मिला है.

Intro:एंकर--लौहनगरी के अरविंद ने योग से कई लोगों के स्वास्थ्य को बेहतर किया बल्कि हज़ारों लोगों को अस्पतालों के चक्कर से छुटकारा दिलाया. अरविंद कई वर्षों से योग के माध्यम से हज़ारों जीवन को बेहतर बना रहे हैं.देखिए एक रिपोर्ट।


Body:वीओ1-- योग में मांसपेशियों को तानने, सिकोड़ने,और ऐंठने वाली शारीरिक क्रियाएं करनी पड़ती है. इससे तनाव दूर करने वाली क्रियाएं भी होती है.इससे मोटापा दूर होने के साथ-साथ शरीर के रक्तचाप में आराम मिलता है.योग से मनुष्य का शरीर निरोग ओर स्वस्थ रहता है.योग मनुष्य के लिए स्वास्थ्य व कल्याण की दिशा में एक संपूर्ण नज़रिया है.योग और प्राणायाम भारतीय संस्कृति के जीवन शैली के प्राण हैं.शारीरिक स्वास्थ्य के लिए योग को वरदान माना गया है.इस पूरी प्रक्रिया को मनुष्य के लिए सदाबहार बना रहे हैं,लौहनगरी के अरविंद.अरविंद 13 वर्षों से स्टील सिटी के लोगों का जीवन संवार रहे हैं.सात से आठ प्रकार की प्राणायाम की प्रक्रिया है.एक हज़ार से ज्यादा लोगों ने अपने नए जीवन को प्राप्त किया है.वहीं इनका दावा है पचास हज़ार से साथ हज़ार लोगों को योग सीखा चुके हैं.अरविन्द 17 सालों स योग के माध्यम स जुड़े रहे हैं.अरविंद का उद्देश्य है आम जनमानस अस्पताल के चक्कर और दवा के बिना रहे.योग से विचार रहन सहन में परिवर्तन आ सकता है।दिन भर की बेचैनी और थकान से निजात दिलाने के लिए युवा पीढ़ी को योग करना चाहिये..
बाइट--अरविंद कुमार(योगा आचार्य)
वीओ2--मुसीबत में फंसने के बाद ही योग की क्रियाओं में लोग आते हैं.ऐसा ही लौहनगरी के जगदीश ने किया गम्भीर बीमारी से जूझ रहे जगदीश ने बताया सात वर्षों से दवा के सेवन करने के बाद योग के माध्यम से शरीर निरोग हुआ.योग करने के बाद से दवा का डोज कम हुआ है.थायरॉइड,जॉइन्ट पेन से जूझ रही सुषमा ने बताया योग के माध्यम से इन सभी बीमारियों से निजात मिला है.योग करने से फायदा मिला है.
बाइट--जगदीश(योग से लाभ)
बाइट--सुषमा कुमारी(योग से लाभ)





Conclusion:
Last Updated : Jun 21, 2019, 8:25 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.