जमशेदपुरः जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी की विद्वत परिषद की दूसरी बैठक कुलपति प्रो (डॉ) अंजिला गुप्ता की अध्यक्षता में शनिवार को आयोजित की गई. जिसमें कई अहम फैसले लिए गए. साथ ही तीन नये कोर्स शुरू करने पर सैद्धांतिक सहमति (New Course In Jamshedpur Women University) दी गई.
जेंडर स्टडीज में पीजी डिप्लोमा कोर्स होगा शुरूः जेंडर स्टडीज में पीजी डिप्लोमा कोर्स की मांग ज्यादा है. एनजीओ सहित वीमेन ट्रैफिकिंग के खिलाफ में काम कर रही संस्थाओं में रोजगार के अवसर इससे खुलते हैं. कुलपति ने कहा कि महिलाओं के सामाजिक स्तर और उसमें सुधार की संभावनाओं पर आधिकारिक समझ के साथ छात्राएं बेहतर योगदान दे सकेंगी.
मानवाधिकार में पोस्टग्रेजुएट डिप्लोमा कोर्स शुरू करने का निर्णयः इसी तरह मानवाधिकार संबंधी वैश्विक मुद्दे पर पोस्टग्रेजुएट डिप्लोमा कोर्स भी काफी डिमांड में है. इसलिए बैठक में यह कोर्स वीमेंस यूनिवर्सिटी में शुरू करने का निर्णय लिया गया.
फॉरेस्ट्री साइंस' में सर्टिफिकेट कोर्सः वहीं झारखंड में वनोपज पर आधारित कोर्स की सामाजिक जरूरत तो हैं ही, आर्थिक अहमियत भी अधिक है. ऐसे में यूनिवर्सिटी ने 'फॉरेस्ट्री साइंस' में सर्टिफिकेट कोर्स भी शुरू करने का निर्णय लिया है. परिषद की स्वीकृति के बाद आगे की प्रक्रिया की जाएगी. बोर्ड ऑफ स्टडीज बनाने के बाद इन कोर्सेज का सिलेबस डिजाइन कर के अनुमोदन कराया जाएगा.
टॉपर्स छात्राएं करेंगी शिक्षकों की कमी पूरीः शिक्षकों की कमी को तत्काल दूर करने के लिए यूनिवर्सिटी के विभागों में जहां तत्काल शिक्षकों की आवश्यकता है, वैसे सभी स्थानों पर टॉपर छात्राओं से शिक्षण कराने की संभावना पर मंत्रणा की गई.
जनवरी में फैकल्टीज के लिए ओरिएंटेशन प्रोग्रामः परिषद ने जनवरी 2023 में विशेष रूप से सभी फैकल्टीज के लिए एक ओरिएंटेशन प्रोग्राम आयोजित करने का निर्णय लिया है. करियर एडवांसमेंट स्कीम (सीएएस) के अंतर्गत प्रमोशन में लाभ देनेवाले ऐसे कार्यक्रम आयोजित करने की मांग फैकल्टी की ओर से भी की गई थी, जिसे कुलपति ने स्वीकार कर लिया.
यूजीसी रेगुलेशन 2022 को अंगीकृत किया जाएगाः विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के विनियम, 2022 के तहत पीएचडी के नए नियम अब 2016 में अधिसूचित नियमों की जगह लेंगे. विद्वत परिषद ने सर्वसम्मति से डिपार्टमेंट ऑफ हायर एंड टेक्निकल एजुकेशन, झारखंड सरकार द्वारा प्राप्त निर्देश का पालन करने का निर्णय लिया. इसके तहत यूनिवर्सिटी अब यूजीसी के पीएचडी अवॉर्ड के लिए न्यूनतम मानक और प्रक्रिया विनियमन- 2022 (मिनिमम स्टैंडर्डस एंड प्रोसीजर फॉर द अवॉर्ड ऑफ पीएचडी रेगुलेशन 2022) को लागू करेगी.
एनएडी, डिजिलॉकर, इ समर्थ, स्वयं और मूक पर हुई चर्चाः एनइपी 2020 के प्रावधानों के अनुरूप यूनिवर्सिटी की शिक्षण प्रक्रिया को ढालने पर विचार किया गया. इसके अंतर्गत स्वयं और मूक्स द्वारा प्रदान किए जा रहे ऑनलाइन पाठ्यक्रमों और संभावनाओं पर चर्चा हुई. नेशनल एकेडमिक डिपॉजिटरी, डिजिलॉकर और ई-समर्थ पोर्टल को लागू करने के लिए रोडमैप तैयार करने पर सहमति बनी. इन सभी निर्णयों के अलावा परिषद की पहली बैठक और वोकेशनल कोर कमेटी के द्वारा अनुमोदित सभी निर्णयों की पुष्टि की गई. परिषद की बैठक का संयोजन कुलसचिव डॉ प्रभात कुमार सिंह ने किया. बैठक में सभी संकायाध्यक्ष, सभी विभागाध्यक्ष व पदाधिकारीगण मौजूद थे.