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जमशेदपुर: रिम्स में एडमिशन दिलाने के नाम पर 17 लाख की ठगी, पीड़ित ने की SSP से शिकायत - 17 lakh fraud name of nomination

जमशेदपुर में एक महिला से उसके भांजे के एडमिशन के नाम पर 17 लाख की ठगी कर ली गई. ठगों ने रिम्स में दाखिले की बात कह कर उनसे पैसे ऐंठ लिए. इसकी शिकायत लेकर महिला ने एसएसपी से गुहार लगाई है.

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Published : Sep 17, 2019, 7:41 AM IST

जमशेदपुर: टाटानगर रेलवे स्टेशन में सीनियर टेक्नीशियन के पद पर कार्यरत बर्मामाइंस के कैरेज कॉलोनी निवासी लक्ष्मी कुमारी से रिम्स में दाखिले के नाम पर 17 लाख की ठगी कर ली गई. लक्ष्मी अपनी शिकायत लेकर एसएसपी कार्यालय पहुंची.

देखें पूरी खबर

17 लाख में दाखिला
लक्ष्मी की बहन ललिता के बेटे श्रीकांत ने इसी साल नीट की परीक्षा में 541761 रैंक प्राप्त किया था. परीक्षा के बाद लक्ष्मी ने कई कंसल्टेंसी से संपर्क किया. सभी ने दाखिला करवाने के लिए 80 लाख से ज्यादा की मांग की. इस दौरान उससे नोएडा के सेक्टर 63 स्थित एक्सीलेंस प्राइस कंसल्टेंसी से मनीष नाम के एक व्यक्ति ने संपर्क कर कहा कि वह 22 लाख में प्रयागराज हरियाणा के मेडिकल कॉलेज में दाखिला दिलवा सकता है, 17 लाख में दाखिला करवाने की बात फाइनल हुई. इस दौरान रजिस्ट्रेशन के लिए 50 हजार डीडी के माध्यम से और बाकी के नकद पैसे मांगे.

ये भी पढ़ें-केबीसी के नाम पर ठगी की कोशिश, सतर्कता ने दिहाड़ी मजदूर को शिकार होने से बचाया

फर्जी नामांकन
लक्ष्मी उनसे बात करने नोएडा स्थित उसके कार्यालय भी गई. बाद में उसे राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस में दाखिला की बात कही गई और प्रशासनिक भवन के बाहर उसे एक व्यक्ति मिला, जिसने पैसे के बदले बकायदा उसकी रसीद भी दी, जिसमें लिखा था नामांकन के बाद श्रीकांत की 2 सितंबर को क्लास शुरू होगी. श्रीकांत के रिम्स जाने पर जानकारी मिली कि नामांकन फर्जी है. जब मनीष को फोन किया गया तो उसका फोन बंद मिला. इसको लेकर लक्ष्मी ने एसएसपी कार्यालय में लिखित आवेदन दिया है.

जमशेदपुर: टाटानगर रेलवे स्टेशन में सीनियर टेक्नीशियन के पद पर कार्यरत बर्मामाइंस के कैरेज कॉलोनी निवासी लक्ष्मी कुमारी से रिम्स में दाखिले के नाम पर 17 लाख की ठगी कर ली गई. लक्ष्मी अपनी शिकायत लेकर एसएसपी कार्यालय पहुंची.

देखें पूरी खबर

17 लाख में दाखिला
लक्ष्मी की बहन ललिता के बेटे श्रीकांत ने इसी साल नीट की परीक्षा में 541761 रैंक प्राप्त किया था. परीक्षा के बाद लक्ष्मी ने कई कंसल्टेंसी से संपर्क किया. सभी ने दाखिला करवाने के लिए 80 लाख से ज्यादा की मांग की. इस दौरान उससे नोएडा के सेक्टर 63 स्थित एक्सीलेंस प्राइस कंसल्टेंसी से मनीष नाम के एक व्यक्ति ने संपर्क कर कहा कि वह 22 लाख में प्रयागराज हरियाणा के मेडिकल कॉलेज में दाखिला दिलवा सकता है, 17 लाख में दाखिला करवाने की बात फाइनल हुई. इस दौरान रजिस्ट्रेशन के लिए 50 हजार डीडी के माध्यम से और बाकी के नकद पैसे मांगे.

ये भी पढ़ें-केबीसी के नाम पर ठगी की कोशिश, सतर्कता ने दिहाड़ी मजदूर को शिकार होने से बचाया

फर्जी नामांकन
लक्ष्मी उनसे बात करने नोएडा स्थित उसके कार्यालय भी गई. बाद में उसे राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस में दाखिला की बात कही गई और प्रशासनिक भवन के बाहर उसे एक व्यक्ति मिला, जिसने पैसे के बदले बकायदा उसकी रसीद भी दी, जिसमें लिखा था नामांकन के बाद श्रीकांत की 2 सितंबर को क्लास शुरू होगी. श्रीकांत के रिम्स जाने पर जानकारी मिली कि नामांकन फर्जी है. जब मनीष को फोन किया गया तो उसका फोन बंद मिला. इसको लेकर लक्ष्मी ने एसएसपी कार्यालय में लिखित आवेदन दिया है.

Intro:एंकर-- लौहनगरी के टाटानगर रेलवे स्टेशन में सीनियर टेक्नीशियन के पद पर कार्यरत बर्मामाइंस के कैरेज कॉलोनी निवासी लक्ष्मी कुमारी से रिम्स में दाखिले के नाम पर 17 लाख रुपए की ठगी कर ली गई लक्ष्मी अपनी शिकायत लेकर एसएसपी कार्यालय पहुंची ठगों ने प्रमाण पत्र तक नहीं छोड़ा।


Body:वीओ1-- लक्ष्मी अपने बेटे सहित चार बच्चों का खर्च उठाती है. लक्ष्मी की बहन ललिता के बेटे श्रीकांत ने इसी साल नीट की परीक्षा में पास किया था परीक्षा में श्रीकांत को पूरे देश में 541761 रैंक प्राप्त किया था परीक्षा के बाद लक्ष्मी ने कई एजुकेशनल कंसलटेंसी से संपर्क किया पर सभी ने दाखिला करवाने के लिए ₹80 लाख से ज्यादा की मांग की इस दौरान उन्हें नोएडा के सेक्टर 63 स्थित एक्सीलेंस प्राइस कंसल्टेंसी से मनीष नाम के व्यक्ति ने संपर्क किया उसने कहा कि वह 22 लाख में प्रयागराज हरियाणा के मेडिकल कॉलेज में दाखिला दिलवा सकता है.इस पर लक्ष्मी ने 15लाख में दाखिला करवाने को कहा तो उसने मना कर दिया कुछ दिन बाद 17 लाख में दाखिला करवाने की बात हुई इस दौरान रजिस्ट्रेशन के लिए ₹50000 रुपए डीडी के माध्यम से और बाकी के नगद पैसे मांगे. लक्ष्मी उनसे बात करने नोएडा स्थित उसके कार्यालय भी गई.बाद में उसे राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस में दाखिला की बात कही गई. और प्रशासनिक भवन के बाहर उसे एक व्यक्ति मिला जिसने पैसे के बदले बकायदा उसकी रसीद भी दी जिसमें लिखा हुआ था नामांकन के बाद श्रीकांत को 2 सितंबर को क्लास शुरू होगी.श्रीकांत के रिम्स जाने पर जानकारी मिली कि फर्जी है और उसका फोन बंद मिला.परिवार वालों को इसका शक हुआ.फिलहाल पीड़ित के द्वारा एसएसपी कार्यालय में लिखित आवेदन दिया गया है.


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