दुमका: अक्सर देखा जाता है कि पासपोर्ट वेरिफिकेशन में पुलिस काफी समय लगा देती है और कभी-कभी ऐसे भी मामले आते हैं जिसमें किसी गलत व्यक्ति के नाम पर पासपोर्ट निर्गत हो जाता है. समय पर पासपोर्ट कैसे बनाया जाए और सत्यापन में किस तरह की सावधानियां बरती जाए इसे लेकर रांची रीजनल पासपोर्ट ऑफिस की ओर से संथाल परगना प्रमंडल के दुमका में पुलिस अधिकारियों के लिए एक वर्कशॉप का आयोजन किया गया. इसमें मुख्य तौर पर क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी मनीता के ने शिरकत की. वहीं संथाल परगना प्रक्षेत्र के डीआईजी सुदर्शन प्रसाद मंडल और प्रमंडल के कई जिलों के एसपी , डीएसपी समेत कई थाना प्रभारियों ने भाग लिया.
दुमका में पुलिस अधिकारियों को दी गई पासपोर्ट सत्यापन प्रक्रिया की जानकारीः पासपोर्ट पुलिस सत्यापन प्रक्रिया पर क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय रांची की ओर से एक कार्यशाला का आयोजन कंवेंशन सेंटर दुमका में शनिवार को आयोजित किया गया. जिसमें संथाल परगान प्रक्षेत्र के छह जिले दुमका, साहिबगंज, पाकुड़, जामताड़ा, गोड्डा और देवघर के पुलिस पदाधिकारी शामिल हुए. इस दौरान क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी मनीता के ने पासपोर्ट संबंधित पुलिस सत्यापन प्रक्रिया पर प्रकाश डाला और जल्द से जल्द सत्यापन प्रक्रिया पूरा करने का अनुरोध किया. उन्होंने पुलिस सत्यापन की जरूरत, उसके दौरान पालन की जाने वाली सटीक प्रक्रिया और उपलब्ध साधनों का प्रयोग कर उसे त्वरित गति से संपन्न करने की आवश्यकता को विस्तार से बताया.
थाना स्तर पर पासपोर्ट वेरिफिकेशन करने में न करें विलंबः इस कार्यशाला में दुमका प्रक्षेत्र के डीआइजी सुदर्शन प्रसाद मंडल ने पासपोर्ट पुलिस जांच प्रक्रिया को सुव्यवस्थित ढंग से करने की जरूरत पर बल दिया. क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों की टीम में सुधीर कुमार, जगनारायण प्रसाद, दीपेंद्र कुमार और उमाशंकर दुबे ने प्रशिक्षण कार्यक्रम में तकनीकी पक्षों का विस्तार से बताया. इस प्रशिक्षण कार्यक्रम से पूरे प्रमंडल के सभी छह जिलों के पुलिसकर्मियों को कहा गया कि पासपोर्ट सत्यापन प्रक्रिया को कम समय में निष्पादित करें, लेकिन सावधानी जरूर बरतें.