दुमकाः कुछ दिन पूर्व झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने यह निर्देश जारी किया था कि अवैध खनन और परिवहन पर सख्त कार्रवाई किया जाए. मुख्यमंत्री के आदेश का दुमका में बड़ा असर देखा गया है. बीती रात बिना माइनिंग चालान के स्टोन चिप्स से लदे ओवरलोड वाहनों के परिचालन के खिलाफ दुमका डीसी रवि शंकर शुक्ला ने खुद मोर्चा संभाला. उनके साथ जिला के एसपी अंबर लकड़ा भी मौजूद रहे. इस कारवाई में बिना वैद्य कागजात वाले 40 ट्रकों को जब्त किया गया और 16 व्यक्ति गिरफ्तार हुए.
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जिला के रिंग रोड से लेकर शिकारीपाड़ा के सरसडंगाल इलाके तक डीसी और एसपी की संयुक्त कार्रवाई में छापेमारी कर 40 ओवरलोडेड ट्रक को जब्त किया गया है. इन ट्रकों में स्टोन चिप्स लदे थे जिसका कोई वैद्य कागजात नहीं पाया गया. इस मामले में 16 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. यह कार्रवाई देर रात से शुरू हुई जो गुरुवार अहले सुबह तक जारी रही. उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला जिला के एसपी अंबर लकड़ा को साथ लेकर सबसे पहले विजयपुर पहुंचे और वहां बिना चालान के और ओवरलोड वाहनों को जब्त करने की शुरूआत की.
इसके बाद डीसी रिंग रोड में आगे बढ़े तो रामपुर और काठीजोरिया गांव के पास कई स्टोन चिप्स वाहनों को जब्त कर मुफस्सिल थाना की पुलिस के हवाले कर दिया. यहां से डीसी रामपुरहाट रोड में शिकारीपाड़ा के सरसडंगाल पत्थर औद्योगिक क्षेत्र तक गए. वाहन चालकों से पूछताछ के आधार पर वह शिकारीपाड़ा जमरूपानी और निझोर गांव भी पहुंचे जो मुख्य सड़क से लगभग एक किमी अंदर पड़ता है. इस दौरान सड़क से बगैर माइनिंग चालान के गुजर रहे ओवरलोड वाहनों को जब्त किया गया. इस पूरे कार्रवाई के दौरान शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र से 16 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. जिन्हें प्राथमिकी दर्ज कर जेल भेजने की तैयारी चल रही है.
कानूनी कारवाई शुरूः जब्त किए गए अधिकांश वाहनों पर खनन विभाग और परिवहन विभाग द्वारा जुर्माना लगाने की कार्रवाई की जा रही है. कुछ ऐसे वाहन भी हैं जो फॉरेस्ट इलाके से खनिजों का परिवहन करते पकड़े गए हैं. ऐसे वाहनों को वन विभाग के कानूनों के तहत कार्रवाई की जा रही है. इस बारे में पूछे जाने पर उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला ने बताया कि यह तो महज शुरूआत भर है, अवैध खनन और परिवहन पर कार्रवाई लगातार चलती रहेगी.