दुमका: पश्चिम बंगाल के अधिकारियों ने उन्हें यह कह कर वापस लौटा दिया कि उनके पास सरकार की ऐसी कोई गाइडलाइन नहीं है कि वह अपनी सीमा में किसी को प्रवेश करने दें. लोगों ने काफी दुहाई दी लेकिन वह नहीं माने. आखिरकार उन्हें फिर से दुमका में क्वॉरेंटाइन सेंटर वापस आना पड़ा है. वापस किए गए लोगों में कुछ लोग कोलकाता के श्याम बाजार बेलगछिया इलाके हैं. यह सभी काफी परेशान और अपने सरकार से नाराज दिखे.
उन्होंने कहा कि पहले वह दुमका से सटे पश्चिम बंगाल के सिउड़ी के सीमा पर गए. फ़िर वहां जब प्रवेश नहीं मिला तो रामपुरहाट की सीमा से प्रवेश करने की कोशिश की, लेकिन वहां भी निराशा हाथ लगी. लगभग 12 घंटे सब लोग इधर से उधर घूमते रहे. उनका कहना है कि उन्हें इस बात का दुख है कि बंगाल सरकार ने ही हमारी बात नहीं सुनी और हमें वापस कर दिया गया. उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की भी आलोचना की.
दुमका उपायुक्त से ने फोन पर दी जानकारी
इस पूरे मामले पर दुमका की उपायुक्त राजेश्वरी बी ने फोन पर बताया कि उन्होंने पश्चिम बंगाल के बीरभूम के डीएम से बात की है. उन्होंने कहा कि अभी तक उनके पास ऐसी कोई गाइडलाइन नहीं है कि वह दूसरे राज्यों से लोगों को अपनी सीमा में प्रवेश करने दें. भले ही वह उनके ही राज्य के क्यों नहीं हो. फिलहाल पश्चिम बंगाल के लोग दुमका के क्वॉरेंटाइन सेंटर में वापस आ गए हैं. सभी सरकार और अधिकारियों के प्रति नाराजगी व्यक्त कर रहे हैं.