दुमका: जिले के जरमुंडी प्रखंड के भालकी गांव के लोग पिछले कुछ महीनों से डर के साए में जिंदगी जी रहे हैं. उन पर जान का खतरा मंडरा रहा है. भालकी गांव में बिजली के 5 पोल हैं, जिसमें तीन अत्यंत जर्जर हो चुका है. यह जर्जर पोल कभी भी गिर सकता है, जिससे बड़ा हादसा हो सकता है.
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क्या कहते हैं ग्रामीण
ईटीवी भारत की टीम ने दुमका जिला मुख्यालय से लगभग 30 किलोमीटर दूर जरमुंडी प्रखंड का भालकी गांव का जायजा लिया. इस दौरान ग्रामीणों से बात की गई तो उन्होंने कहा कि हमारे गांव के बिजली के पोल काफी पुराने हो चुके हैं, इसकी स्थिति अत्यंत जर्जर हो चुकी है, बच्चे दिन भर सड़कों पर ही खेलते हैं, मवेशी भी सड़क पर ही बंधे रहते हैं, हमेशा यह डर बना रहता है कि अगर जर्जर पोल कभी गिर जाए तो बड़ा हादसा हो सकता है.
क्या कहते हैं जनप्रतिनिधि
भालकी गांव के लोगों की समस्या से पंचायत प्रतिनिधि भी वाकिफ हैं. स्थानीय जिला परिषद सदस्य जयप्रकाश मंडल का कहना है कि जर्जर बिजली पोलों की वजह से कभी भी हादसा हो सकता है, इसकी जानकारी विद्युत विभाग को दी गई है, लेकिन अब तक कार्रवाई नहीं की गई है. वहीं इस संबंध में दुमका विद्युत विभाग के कार्यपालक अभियंता अनूप प्रसाद ने फोन पर बताया कि भालकी गांव के लोगों के समस्याओं का जल्द समाधान किया जाएगा.
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ग्रामीणों की समस्या पर हो आवश्यक पहल
भालकी गांव में जिस तरह से बिजली के पोल जर्जर हो चुके हैं, वह कभी भी गिर सकता है और कोई बड़ी अनहोनी हो सकती है. ऐसे में विभाग को इस दिशा में त्वरित पहल करने की आवश्यता है.