दुमका: जिला के शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र के पंचवाहिनी गांव में बीजेपी कार्यकर्ताओं का ग्राम प्रधान के अनुमति लिए बिना एकत्रित होना महंगा पड़ गया. ग्राम प्रधान के अनुमति लिए बिना बीजेपी कार्यकर्ताओं का जमावड़ा लगाने से पंचवाहिनी गांव के लोग भड़क गए और सभी को बंधक बना लिया.
ग्रामीणों का कहना है कि बीजेपी कार्यकर्ता उनके गांव में एक बड़े कार्यक्रम के उद्देश्य से आए थे. इसके लिए बड़ा पंडाल बनाया जा रहा था. ग्रामीणों का आरोप है कि बीजेपी बहुत से लोगों के लिए भोजन की तैयारी भी कर रही थी, लेकिन उन्होंने ग्राम प्रधान को सूचित तक नहीं किया था, जिसके बाद गुस्साए ग्रामीणों ने शिकारीपाड़ा के बीजेपी नेता परितोष सोरेन समेत 4 लोगों को लगभग दो घंटे तक बंधक बनाए रखा. मामले की जानकारी मिलने के बाद पंचवाहिनी गांव के अगल-बगल गांव के लोग भी जुट गए. सभी लोग बीजेपी से काफी नाराज दिखे. उनका कहना था गांव का अपना कायदा कानून होता है. यह बर्दाश्त नहीं होगा कि कोई भी राजनीतिक दल गांव में कार्यक्रम करे और इसकी जानकारी गांव के ग्राम प्रधान को न हो.
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बीजेपी नेता ने मानी गलती
ग्रामीणों के कब्जे में दो घंटे तक रहने के बाद पांचों बीजेपी कार्यकर्ता ने लिखित रूप से गलती स्वीकार किया. उन्होंने लिखा हमलोग पंचवाहिनी गांव के शिवमंदिर में सामूहिक पूजा करने आये थे, लेकिन हमारी गलती है कि हमने नियम से ग्राम प्रधान की अनुमति नहीं ली. इस लिखित पत्र के बाद ग्रामीणों ने उन्हें जाने दिया.