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बनाते हैं पर देते नहींः 12 साल पहले बना था बासुकीनाथ मार्केट कॉम्प्लेक्स, अब तक दुकानों का नहीं हुआ आवंटन - दुमका न्यूज

झारखंड में सरकारी पैसों की बर्बादी किस तरह होती है, उसका बेमिसाल उदाहरण है दुमका का बासुकीनाथ मार्केट कॉम्प्लेक्स. यह कॉम्प्लेक्स बना तो जरूर लेकिन एक दशक बाद भी इसका इस्तेमाल नहीं हुआ. नतीजतन बिना उपयोग किए ही अब यह जर्जर हो रहा है.

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बासुकीनाथ मार्केट कॉम्प्लेक्स
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Published : Dec 27, 2021, 12:18 PM IST

Updated : Dec 27, 2021, 12:33 PM IST

दुमकाः झारखंड सरकार के द्वारा प्रसिद्ध तीर्थस्थल बासुकीनाथ में लोगों को रोजगार देने के लिए एक मार्केट कॉम्प्लेक्स का निर्माण कराया गया था. लगभग 12 वर्ष पूर्व बने इस मार्केट कॉम्प्लेक्स के निर्माण में दो करोड़ रुपये खर्च हुए थे, लेकिन आज तक इसमें बने दुकानों को लोगों को उपलब्ध नहीं कराया गया. बिना इस्तेमाल के ही यह जर्जर हो रहा है.

ये भी पढ़ेंः बासुकीनाथ मंदिर के क्यू कॉम्प्लेक्स को भक्तों का इंतजार! सरकार से इसे जल्द शुरू करने की उठी मांग

क्या है पूरा मामला

बासुकीनाथ में 12 वर्ष पूर्व दो करोड़ की लागत से एक मार्केट कॉम्प्लेक्स बनाया गया था लेकिन आज तक इसमें बने दुकानों को लोगों को उपलब्ध नहीं कराया गया. अब यहां बड़ी समस्या यह है कि सरकारी स्तर पर इस मार्केट के रखरखाव पर भी ध्यान नहीं दिया गया. जिससे यह बिना इस्तेमाल के ही जर्जर हो गया. इसकी दीवारों पर पेड़ निकल आए हैं. खिड़कियां टूट चुकी हैं. शटर खराब हो गए हैं. मतलब ना तो दुकानदारों को यह मिला और ना ही सही सलामत रहा और ना ही इसकी किसी ने चिंता की.

देखें पूरी खबर


क्या कहते हैं स्थानीय लोग

हम आपको बता दें कि बासुकीनाथ में दर्जनों ऐसे दुकानदार हैं जो अस्थाई तौर पर सड़क के किनारे प्लास्टिक-तिरपाल लगाकर दुकान लगाने को मजबूर हैं. बासुकीनाथ मंदिर के सामने इस अस्थाई मार्केट में दो बार आगजनी की घटना हुई है. जिसमें कई दुकानदारों की पूंजी पूरी तरह से स्वाहा हो गई. बाद में उन्होंने किसी तरह अपने को संभाला. जाहिर है कि अगर इस मार्केट कॉम्पलेक्स के दुकान उनको उपलब्ध होते तो उनकी यह स्थिति नहीं हुई होती. हमने बासुकीनाथ में अस्थाई दुकान चला रहे कई दुकानदारों से बातचीत की. उन्होंने नाराजगी प्रकट करते हुए कहा कि वर्षों पहले यह दुकान बना लेकिन आज तक दुकानदारों को उपलब्ध नहीं हुआ. सबसे बड़ी बात कि इसके रखरखाव पर भी ध्यान नहीं दिया गया. जिससे यह मार्केट बिना इस्तेमाल के ही जर्जर हो गया. अगर इन दुकानों को हमें उपलब्ध करा दिया जाता तो हम किराया देते और सरकार को राजस्व की प्राप्ति होती. वे सरकार और जिला प्रशासन से अविलंब इसे उपलब्ध कराने की मांग कर रहे हैं.

क्या कहते हैं झारखंड सरकार के मंत्री

बासुकीनाथ मार्केट कॉम्प्लेक्स के बन जाने के बावजूद दर्जनों लोग फुटपाथ पर दुकानदारी चला रहे हैं. इस पूरे मामले पर झारखंड सरकार के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख जो स्थानीय विधायक भी हैं उन्होंने कहा कि समस्या यहां यह रही कि जितनी संख्या में दुकान इस कॉम्प्लेक्स में बने हैं, उससे ज्यादा लोगों की डिमांड है. ऐसे में किसे दें और किसे न दें. इस वजह से लंबा समय निकल गया लेकिन अब प्रशासन और दुकानदार की एक बैठक कर लोगों को दुकान उपलब्ध करा दिया जाएगा.

मंत्री से सकारात्मक पहल की उम्मीद
अब जब झारखंड सरकार के मंत्री बादल पत्रलेख जो स्थानीय विधायक भी हैं वे आश्वस्त कर रहे हैं कि इस मार्केट के दुकान जल्द लोगों को उपलब्ध करा दिये जाएंगे तो हम भी उम्मीद करते हैं कि 12 वर्षो से बंद पड़े इस बाजार में शीघ्र रौनक देखने को मिलेगी.

दुमकाः झारखंड सरकार के द्वारा प्रसिद्ध तीर्थस्थल बासुकीनाथ में लोगों को रोजगार देने के लिए एक मार्केट कॉम्प्लेक्स का निर्माण कराया गया था. लगभग 12 वर्ष पूर्व बने इस मार्केट कॉम्प्लेक्स के निर्माण में दो करोड़ रुपये खर्च हुए थे, लेकिन आज तक इसमें बने दुकानों को लोगों को उपलब्ध नहीं कराया गया. बिना इस्तेमाल के ही यह जर्जर हो रहा है.

ये भी पढ़ेंः बासुकीनाथ मंदिर के क्यू कॉम्प्लेक्स को भक्तों का इंतजार! सरकार से इसे जल्द शुरू करने की उठी मांग

क्या है पूरा मामला

बासुकीनाथ में 12 वर्ष पूर्व दो करोड़ की लागत से एक मार्केट कॉम्प्लेक्स बनाया गया था लेकिन आज तक इसमें बने दुकानों को लोगों को उपलब्ध नहीं कराया गया. अब यहां बड़ी समस्या यह है कि सरकारी स्तर पर इस मार्केट के रखरखाव पर भी ध्यान नहीं दिया गया. जिससे यह बिना इस्तेमाल के ही जर्जर हो गया. इसकी दीवारों पर पेड़ निकल आए हैं. खिड़कियां टूट चुकी हैं. शटर खराब हो गए हैं. मतलब ना तो दुकानदारों को यह मिला और ना ही सही सलामत रहा और ना ही इसकी किसी ने चिंता की.

देखें पूरी खबर


क्या कहते हैं स्थानीय लोग

हम आपको बता दें कि बासुकीनाथ में दर्जनों ऐसे दुकानदार हैं जो अस्थाई तौर पर सड़क के किनारे प्लास्टिक-तिरपाल लगाकर दुकान लगाने को मजबूर हैं. बासुकीनाथ मंदिर के सामने इस अस्थाई मार्केट में दो बार आगजनी की घटना हुई है. जिसमें कई दुकानदारों की पूंजी पूरी तरह से स्वाहा हो गई. बाद में उन्होंने किसी तरह अपने को संभाला. जाहिर है कि अगर इस मार्केट कॉम्पलेक्स के दुकान उनको उपलब्ध होते तो उनकी यह स्थिति नहीं हुई होती. हमने बासुकीनाथ में अस्थाई दुकान चला रहे कई दुकानदारों से बातचीत की. उन्होंने नाराजगी प्रकट करते हुए कहा कि वर्षों पहले यह दुकान बना लेकिन आज तक दुकानदारों को उपलब्ध नहीं हुआ. सबसे बड़ी बात कि इसके रखरखाव पर भी ध्यान नहीं दिया गया. जिससे यह मार्केट बिना इस्तेमाल के ही जर्जर हो गया. अगर इन दुकानों को हमें उपलब्ध करा दिया जाता तो हम किराया देते और सरकार को राजस्व की प्राप्ति होती. वे सरकार और जिला प्रशासन से अविलंब इसे उपलब्ध कराने की मांग कर रहे हैं.

क्या कहते हैं झारखंड सरकार के मंत्री

बासुकीनाथ मार्केट कॉम्प्लेक्स के बन जाने के बावजूद दर्जनों लोग फुटपाथ पर दुकानदारी चला रहे हैं. इस पूरे मामले पर झारखंड सरकार के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख जो स्थानीय विधायक भी हैं उन्होंने कहा कि समस्या यहां यह रही कि जितनी संख्या में दुकान इस कॉम्प्लेक्स में बने हैं, उससे ज्यादा लोगों की डिमांड है. ऐसे में किसे दें और किसे न दें. इस वजह से लंबा समय निकल गया लेकिन अब प्रशासन और दुकानदार की एक बैठक कर लोगों को दुकान उपलब्ध करा दिया जाएगा.

मंत्री से सकारात्मक पहल की उम्मीद
अब जब झारखंड सरकार के मंत्री बादल पत्रलेख जो स्थानीय विधायक भी हैं वे आश्वस्त कर रहे हैं कि इस मार्केट के दुकान जल्द लोगों को उपलब्ध करा दिये जाएंगे तो हम भी उम्मीद करते हैं कि 12 वर्षो से बंद पड़े इस बाजार में शीघ्र रौनक देखने को मिलेगी.

Last Updated : Dec 27, 2021, 12:33 PM IST
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