दुमकाः झारखंड के प्रसिद्ध तीर्थस्थल बासुकीनाथ में पूजा अर्चना के लिए काफी संख्या में श्रद्धालु रेल मार्ग से पहुंचते हैं. ऐसे में बासुकीनाथ के रेलवे स्टेशन को एक मॉडल स्टेशन होना चाहिए, लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है. आने-जाने वाले यात्रियों के लिए जो सुविधा होनी चाहिए वो सुविधा नजर नहीं आती है. यात्रियों के लिए टॉयलेट तक की सुविधा नदारद है.
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रेल प्रशासन ने बरसों पहले टॉयलेट का निर्माण जरूर कराया था, जिसकी स्थिति जर्जर हो चुकी है. बड़ी बात ये है कि जो टॉयलेट है उसमें भी ताला लटका नजर आता है. अब अगर किसी यात्री को खास तौर पर महिला यात्री को अगर शॉच के लिए जाना पड़े, तो शायद उन्हें खुले में जाना पड़ेगा या परेशान होना पड़ेगा.
नहीं है रिजर्वेशन टिकट काउंटर
बासुकीनाथ रेलवे स्टेशन पर दूरदराज के यात्री आते हैं. ऐसे में यह काफी आवश्यक है कि यहां रिजर्वेशन टिकट काउंटर भी होना चाहिए. लेकिन सिर्फ साधारण टिकट के काउंटर हैं, जो यह दर्शाता है कि यहां आने वाले श्रद्धालुओं के प्रति रेल का रवैया उदासीन है.
क्या कहते हैं स्टेशन प्रबंधक
ईटीवी भारत की टीम जब बासुकीनाथ स्टेशन पर कई यात्रियों से बातचीत की और उनसे जाना की क्या परेशानी है, तो महिला यात्रियों ने साफ तौर पर कहा कि टॉयलेट की सुविधा नहीं रहने की वजह से काफी परेशानी होती है. वहीं, रेल यात्री इस बात को भी लेकर नाराज थे कि आज तक यहां रिजर्वेशन टिकट काउंटर नहीं बना. वह रेल प्रशासन से इन कमियों को दूर करने की मांग कर रहे हैं. वहीं, बासुकीनाथ रेलवे स्टेशन पर जो यात्री सुविधाओं की कमी है. उस पर स्टेशन प्रबंधक राजकमल का कहना है कि सभी कमियों पर हमारी नजर है और इसके लिए आवश्यक पहल की जा रही है.
ध्यान दे रेल प्रशासन
भारतीय रेल अपने यात्रियों को बेहतर सुविधा देने की बात कहता है, लेकिन बासुकीनाथ जैसे प्रसिद्ध तीर्थ स्थल के स्टेशन पर कई खामियां नजर आ रही है. रेल प्रशासन को चाहिए कि इस दिशा में त्वरित संज्ञान लेते हुए सुविधाओं में बढ़ोतरी करें.