दुमकाः जिले के भुरभुरी नदी के किनारे मकर संक्रांति के अवसर पर गर्म कुंड में स्नान के लिए काफी संख्या में लोग जुड़ते हैं. इस अवसर पर यहां दो दिनों का मेला भी लगता है. लोगों को कुंड में स्नान कर काफी आनंद आता है लेकिन सरकारी उदासीनता की वजह से इसका अब तक विकास नहीं हो पाया है.
गर्म पानी के यहां पांच कुंड हैं, जिसका पानी काफी गंदा नजर आता है. कुंड की सफाई नहीं होने से पानी के नीचे कीचड़ की मोटी परत जम गई है. सबसे बड़ी बात है कि इस पूरे इलाके में सैलानियों के ठहरने के लिए एक धर्मशाला है. यहां एक भी सामुदायिक भवन तक नहीं है. ऐसे में यहां आने वाले लोगों को काफी परेशानी होती है.
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क्या कहते हैं लोग
यहां आने वाले लोगों का कहना है कि यहां काफी परेशानी है. गंदगी चारों तरफ बिखरी हुई है. कुंड के आसपास ठहरने का कोई जगह नहीं है. खासतौर पर महिलाओं को कपड़े बदलने या शौचालय वगैरह का कोई इंतजाम नहीं है, जिससे काफी परेशानी होती है. वे सरकार से इसे एक विकसित करने की मांग कर रहे हैं. उनका कहना है कि अगर इसका सही ढंग से डिवेलप किया जाए तो यह प्रसिद्ध पर्यटन केंद्र के रूप में उभरेगा, साथ ही साथ रोजगार के अवसर बढ़ेंगे.
क्या कहती हैं उपायुक्त
इसे विकसित करने के संबंध में दुमका की उपायुक्त राजेश्वरी बी ने बताया कि एक अलग से फंड बनाकर इसे विकसित करने की योजना पर शीघ्र काम किया जाएगा.