दुमकाः झारखंड सरकार के कल्याण विभाग के द्वारा संचालित दुमका के छात्रावास में रहने वाले छात्र-छात्राओं ने छात्रावास की समस्याओं को लेकर शनिवार को उपायुक्त कार्यालय पहुंचकर सीएम के नाम पत्र सौंपा है. जिसमें विद्यार्थियों ने दुमका के सभी छात्रावास की समस्या को 10 दिनों के अंदर दूर करने का अल्टीमेटम दिया है. छात्र-छात्राओं ने पत्र के माध्यम से कहा कि यदि 10 दिनों के अंदर छात्रावास की समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा. साथ ही उपायुक्त कार्यालय में ही डेरा डाल देंगे.
पत्र में तीन मांगों का किया गया है जिक्रः सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय के छात्र समन्वय समिति के बैनर तले मुख्यमंत्री के नाम से लिखे गए पत्र में प्रमुख रूप से तीन मांगों का जिक्र किया गया है. इसमें पहली मांग सभी कल्याण छात्रावास में रसोईया की बहाली की है. विद्यार्थियों ने पत्र में उल्लेख किया है कि खाना बनाने के क्रम में अक्सर अप्रिय घटनाएं होती रहती हैं. अतः रसोईया की व्यवस्था अविलंब करायी जाए. दूसरी मांग छात्रावास में रात्रि प्रहरी की है. विद्यार्थियों का कहना है कि बालिका छात्रावास में असामाजिक तत्व कई बार घुस जाते हैं. इसलिए जल्द से जल्द बालिका छात्रावासों में नाइट गार्ड की व्यवस्था करायी जाए. जबकि तीसरी मांग नए छात्रावास के निर्माण की है. विद्यार्थियों का कहना है कि लगातार छात्र-छात्राओं की संख्या बढ़ती जा रही है, इसलिए नए हॉस्टल बनाए जाएं, ताकि स्टूडेंट्स को सहूलियत हो सके. छात्रावास में जगह की कमी के वजह से कई छात्रों को किराए के मकान में रहना पड़ता है.
10 दिनों का दिया अल्टीमेटमः उपायुक्त कार्यालय पहुंचे छात्र-छात्राओं में 10 दिनों का अल्टीमेटम देते हुए कहा कि हमलोग उपायुक्त से आने वाले 10 दिनों की अवधि में मांगों को पूरा करने की अपेक्षा रखते हैं. अगर ऐसा नहीं होता है तो सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय के छात्र समन्वय समिति के द्वारा उग्र आंदोलन किया जाएगा. जिसकी पूरी जिम्मेदारी झारखंड सरकार की होगी. मांगें पूरी नहीं हुई तो हमलोग उपायुक्त कार्यालय पहुंचकर अपना डेरा जमाएंगे. कार्यालय में ही रहेंगे, यहीं खाना बनेगा और यहीं पर हम पढ़ाई भी करेंगे. गौरतलब हो कि दुमका में लगभग एक दर्जन छात्रावास संचालित हैं. छात्रावास की समस्या को लेकर आये दिन छात्र-छात्राओं के द्वारा आंदोलन किया जाता है.