दुमकाः छात्र समन्वय समिति के संथाल परगना बंद का दुमका में व्यापक असर नजर आ रहा है. यहां शनिवार सुबह से सड़कें जाम हैं, साहिबगंज-गोविंदपुर सड़क पर छात्र धरने पर बैठ गए हैं. इस कारण सड़क पर वाहनों की लंबी कतार लग गयी है. ये छात्र सरकार के नियोजन नीति का विरोध कर रहे हैं.
खतियान आधारित नियोजन नीति की मांग और 60-40 के फार्मूले के विरोध में दुमका छात्र समन्वय समिति की ओर से पूरे संथाल परगना को बंद करने का आह्वान किया जा रहा है. उनके द्वारा बुलाये गए संथाल परगना बंद का दुमका में खासा असर देखा जा रहा है. छात्रों में जिला की लगभग सभी सड़कों को जाम कर दिया है, भारी संख्या में छात्र रोड पर बैठ गए हैं और धरना दे रहे हैं. इधर फूलो झानो चौक पर सैकड़ों की संख्या में छात्र बैठे हुए हैं. इस वजह से साहिबगंज गोविंदपुर मार्ग में आवागमन पूरी तरह से अवरुद्ध हो गया है. इस कारण सड़क के दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लगी हुई है. यात्री इस जाम से खासे परेशान नजर आ रहे हैं.
क्या कहते हैं छात्र नेताः एकदिवसीय संथाल परगना बंद का नेतृत्व कर रहे छात्र नेता ठाकुर हांसदा से ईटीवी भारत संवाददाता ने बात की. उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार झारखंडियों को चिन्हित करें, खतियान आधारित स्थानीय नीति घोषित करें और उसी के आधार पर नियोजन नीति बनाकर प्रदेश के युवाओं को नौकरी में प्राथमिकता दे. सरकार पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि ये सरकार बाहर के लोगों को नौकरी देने का प्रयास बंद करें और नौकरी के लिए जो 60-40 का फार्मूला तय किया गया है उसे यहां नहीं चलने दिया जाएगा.