दुमकाः कोरोना वेरिएंट ओमीक्रोन के बढ़ते मामलों से देश भर में हड़कंप मचा है. लेकिन कोरोना के प्रसार को लेकर बासुकीनाथ मंदिर प्रबंधन ने एहतियाती कदम उठाए तो मंदिर के पंडा पुरोहित विरोध में उतर आए. मंदिर के पंडा-पुरोहितों के विरोध के बाद प्रशासन ने अर्घा सिस्टम हटा दिया. अब पूर्व की तरह मंदिर में स्पर्श पूजा जारी रहेगी. हालांकि सभी को श्रद्धालुओं से कोरोना गाइडलाइन का पालन कराने में मदद करनी पड़ेगी.
ये भी पढ़ें- हजारीबाग में महिला को खटिया पर ले जाना पड़ा अस्पताल, प्रसव पीड़िता के इलाज में हुई दो घंटे की देरी
कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन के देश में बढ़ते मामलों से हड़कंप मचा है. इसको लेकर झारखंड में भी एहतियात बरता जाना शुरू हो गया है. एक तरफ सरकार ने मिनी लॉकडाउन का ऐलान कर दिया है तो दूसरी तरफ प्रशासन ने प्रसिद्ध बासुकीनाथ मंदिर में मंगलवार को अर्घा सिस्टम से जल अर्पण की व्यवस्था कर दी थी. लेकिन मंदिर के पंडा पुरोहित इसके विरोध में उतर आए. इसके बाद मंदिर प्रभारी ने आपात बैठक बुलाई. इसमें निर्णय लिया गया कि कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए मंदिर में स्पर्श पूजा कराई जाएगी. इसके बाद अर्घा हटा दिया गया.
...तो फिर लागू कर देंगे अर्घा सिस्टम
अब बासुकीनाथ मंदिर में श्रद्धालु बाबा की स्पर्श पूजा पहले की ही तरह कर पाएंगे. मंदिर प्रभारी आशुतोष ओझा ने बताया कि हमने बैठक कर हिदायत दे दी है कि कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन करने पर फिर से अर्घा लगा दिया जाएगा. क्योंकि सरकार की गाइडलाइन के अनुसार श्रद्धालुओं की सुरक्षा ही सर्वोपरि है.