दुमकाः श्रावणी मेला क्षेत्र में मिलावटी सामानों की बिक्री धड़ल्ले से हो रही है. फूड इंस्पेक्टर जांच जरूर करते हैं, लेकिन जांच के बाद क्या परिणाम आता है इसकी सूचना लोगों को नहीं मिलती है. इससे समझा जा सकता है कि फूड इंस्पेक्टर जांच के नाम पर बस सिर्फ खानापूर्ति करते हैं.
श्रावणी मेला के दौरान बासुकीनाथ मेला क्षेत्र में बड़े पैमाने पर अचार की दुकानें लगाई जाती है. देश के कोने कोने से बासुकीनाथ धाम पहुंचने वाले श्रद्धालु वापस घर जाते समय अपने साथ किस्म किस्म के स्वादिष्ट अचार ले जाना पसंद करते हैं. लेकिन मेला क्षेत्र में बिकने वाले इन अचारों की गुणवत्ता पर सवालिया निशान लग रहा है. जानकारों की माने तो श्रावणी मेला में बिकने वाले सभी अचार मेला से पूर्व ही बाहर से मंगाए जाते हैं. खपत अधिक रहने के कारण फलों एवं सब्जियों से बने इन अचारों को जल्दबाजी में एसिड देकर तैयार किया जाता है, जो सेहत के लिए काफी हानिकारक है.
यूं तो मेला क्षेत्र में बिक रहे खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता की जांच की जा रही है, लेकिन जांच के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति होती है. वहीं कुछ दिनों पूर्व जरमुंडी थाना पुलिस ने अचार से लदा एक पिकअप वाहन को पकड़ा था, लेकिन इसके संबंध में मीडिया को किसी प्रकार की कोई जानकारी नहीं दी गई. ऐसे में इन खाद्य पदार्थों की गहनता से जांच होनी चाहिए. अन्यथा श्रद्धालु बासुकीनाथ धाम से प्रसाद के रूप में जहर युक्त अचार अपने साथ घर लेकर जाएंगे, जो उनके और उनके परिवार वालों के स्वास्थ्य के लिए काफी खतरनाक साबित हो सकता है. बता दें कि खाद्य निरीक्षक विभाग मेला क्षेत्र में जांच के नाम पर सैंपल तो दिया जाता है, लेकिन अब तक किसी पर किसी भी प्रकार की कोई कार्रवाई ना हुई है और ना ही जांच रिपोर्ट सार्वजनिक हुआ है.