दुमकाः जिला मुख्यालय को जामा प्रखंड होते हुए मसलिया प्रखंड को जोड़ने वाली 12 किलोमीटर लंबी सड़क के डामरीकरण की मांग वर्षो से ग्रामीण कर रहे हैं. यह सड़क दुमका सदर प्रखंड के मोरटंगा गांव से जामा प्रखंड के नोनीहथवारी को मसलिया प्रखंड के शीतपहाड़ी गांव जोड़ती है.
इस 12 किलोमीटर लंबी सड़क में लगभग दो दर्जन गांव हैं . इन गांवों से हजारों ग्रामीणों को इसी सड़क के माध्यम से आवागमन करना होता है. सड़क कच्ची होने की वजह से काफी परेशानी होती है. बारिश के दिनों में तो पैदल चलना दूभर हो जाता है. सड़क में बड़े-बड़े गड्ढों में पानी भरा रहता है और चारों तरफ फैले कीचड़ की वजह से दुर्घटना की संभावना बनी रहती है.
वर्षों से ग्रामीण लगा रहे गुहार
इस 12 किलोमीटर लंबी सड़क में शीतपहाड़ी, कुकुरतोपा, बरमसिया, ऊपरबहाल, जलकाई, गणेशडीह, सकरीगली, नोनीहथवारी जैसे गांव पड़ते हैं. इस क्षेत्र के हजारों ग्रामीण वर्षों से प्रशासन और सरकार के प्रतिनिधियों से पक्की सड़क की मांग कर रहे हैं.
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क्या कहते हैं ग्रामीण
इस संबंध में कई ग्रामीणों से बात की. उन्होंने कहा कि सड़क पक्की बने इसकी मांग हम लोग वर्षों से कर रहे हैं, पर कोई इसकी जिम्मेदारी लेने के लिए तैयार नहीं है. हमें काफी परेशानी हो रही है. आवागमन काफी मुश्किल हो गया है.
क्या कहती हैं उपायुक्त
इस सड़क की वजह से लोग काफी परेशान हैं. इस संबंध में दुमका की उपायुक्त राजेश्वरी बी से बात की तो उन्होंने कहा कि ग्रामीणों की समस्या का हल निकाला जाएगा. संबंधित विभाग को डीपीआर बनाने का निर्देश दे रहे हैं ताकि जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान हो .
खराब सड़क से दो दर्जन गांव के हजारों लोग परेशान हैं. लोगों का दिन में तो आना-जाना किसी तरह हो जाता है लेकिन रात में या फिर बारिश के समय स्थिति काफी विकट हो जाती है. सरकार को जनता की समस्या को गंभीरता से समझने की जरूरत है और जल्द से जल्द उसका हल निकाला जाना चाहिए.