दुमकाः झारखंड की उपराजधानी दुमका में शासन और प्रशासन की भारी उदासीनता सामने आ रही है. यहां आदिवासी समाज को पीने का शुद्ध जल भी नहीं मिल रहा है. यह समस्या लंबे समय से बनी है. जानकारी के अनुसार जिले के रामगढ़ प्रखंड अंतर्गत अमरपुर पंचायत के अमडु टोला का आदिवासी डोभा का पानी पीने को मजबूर है. ग्रामीणों ने बताया कि सदियों से लेकर आज तक पानी की समस्या झेल रहे हैं, जिसके कारण ग्रामीण पहाड़ किनारे खेत में बने गड्ढे का पानी पीते हैं.
ग्रामीणों का कहना है कि डोभा का पानी पीने के कारण यहां के लोग खासकर बर्षा के दिनों में हैजा, कालरा जैसी महामारी का शिकार हो चुका है और कई बार मुखिया, विधायक प्रतिनिधि को लिखित शिकायत करने के बाद भी कोई पहल नहीं की गई. एक डोभा से दर्जनों परिवार के लोग पीने से लेकर खाना पकाने का काम उसी पानी से करते हैं, जिसके कारण बच्चे आये दिन बीमार पड़ते रहते हैं और महामारी का डर बना रहता है.
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ग्रामीणों का कहना है कि एक तरफ जहां कोरोना जैसा लाइलाज बीमारी से बचने के लिए सोशल डिस्टेंस बनाए रखने की अपील प्रशासन के द्वारा किए जा रहे हैं. वहीं हमलोग दूसरी ओर गांव से दूर पहाड़ किनारे खेत ग्रामीणों की झुंड में जाना पड़ता है, क्योंकि वहां बच्चे अकेले नहीं जा सकते. इस बारे में मुखिया से लेकर विधायक को भी कई बार आवेदन दिया गया, लेकिन फिर भी समस्या का समाधान नहीं हुआ.