ETV Bharat / state

99 वर्ष से परेशान दुमका शहरी क्षेत्र के लोगों को कचरा डंप से मिलेगी राहत, अधिग्रहित जमीन पर होगा वेस्ट मैनेजमेंट - Dumping of garbage in the urban area of Dumka

दुमका के शहरी क्षेत्र में 99 वर्ष से परेशान लोगों को कचरा डंप से अब राहत मिलेगी. प्रशासन की तरफ से 10 किलोमीटर दूर अधिग्रहित जमीन पर वेस्ट मैनेजमेंट होगा.

Dumping of garbage in Dumka
दुमका में कचरे की डंपिंग
author img

By

Published : Oct 1, 2021, 5:20 PM IST

दुमका: शहर के बक्सी बांध इलाके में 1922 में कचरे की डंपिंग की व्यवस्था की गई थी. धीरे-धीरे आबादी बढ़ी और शहर के उस इलाके में जहां कचरे के डंपिंग की व्यवस्था थी, उसके चारों ओर हजारों लोग रहने लगे. ऐसे में इन लोगों को कचरे की वजह से काफी परेशानी होने लगी. लेकिन, अब इन लोगों को इससे राहत मिलने जा रही है और प्रशासन द्वारा ठोस कचरा प्रबंधन के लिए शहर से 10 किलोमीटर दूर ठाड़ी गांव में व्यवस्था की गई है.

यह भी पढ़ें: नक्सली संगठन TSPC तक पहुंची लैंड माइंस की तकनीक, एमपी से टेस्टिंग के बुलाया था एक्सपर्ट

शहर के कचरा प्रबंधन के लिए प्रशासन ने की व्यवस्था

दुमका शहरी क्षेत्र से निकलने वाले ठोस कचरा के प्रबंधन के लिए नगर परिषद के द्वारा जामा प्रखंड के ठाड़ी गांव में लगभग 11 एकड़ जमीन अधिग्रहित किया गया है. इस पर बाउंड्रीवाल का काम शुरू हो गया है. पिछले 100 साल से शहर के बीचों-बीच बक्सी बांध इलाके में नगर परिषद द्वारा कचरा फेंका जा रहा है. अब तो यहां कचरे का एक बड़ा पहाड़ खड़ा हो चुका है. इससे आसपास रहने वाले लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. पूरा वातावरण प्रदूषित रहता है. अब कचरे के निस्तारण के लिए शहर से 10 किलोमीटर दूर ठाड़ी गांव की आबादी विहीन इलाके को चिन्हित कर लिया गया है. यहीं शहर के कचरा को डंप किया जाएगा.

देखें पूरी खबर

बसंत सोरेन ने किया था वादा

दरअसल, वर्षों से हजारों लोग अपने घर के आसपास कचरा फेंके जाने से काफी परेशान थे. कई बार लोगों ने आंदोलन किया लेकिन उन्हें सिर्फ आश्वासन मिलता रहा. जब जिला प्रशासन ने ठोस पहल करते हुए कचरे के निस्तारण के लिए जगह ले लिया है तो लोगों में काफी खुशी है. वे इसके लिए प्रशासन के साथ-साथ स्थानीय विधायक बसंत सोरेन को भी धन्यवाद दे रहे हैं. लोगों का कहना है कि 2020 के उपचुनाव में जब बसंत सोरेन वोट मांगने आए थे तो उन्होंने वादा किया था कि इस इलाके से कचरे के पहाड़ को हटाने और दूसरी जगह डंप करने की व्यवस्था करेंगे.

जमीन अधिग्रहण के चलते हो रही थी दिक्कत

कचरे का डंपिंग दूसरी जगह हो, इसके लिए लगातार प्रयास किए गए लेकिन जमीन नहीं मिलने की वजह से परेशानी आ रही थी. अब जब जामा प्रखंड के ठाड़ी गांव में जमीन अधिग्रहित कर लिया गया है और उस पर निर्माण का काम भी चल रहा है तो प्रशासन को राहत मिली. उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला ने बताया कि हम लोग अधिग्रहित किए गए जमीन पर बाउंड्री वॉल का निर्माण कार्य करा रहे हैं और बहुत जल्द ठोस कचरा प्रबंधन की व्यवस्था यहां होगी.

दुमका: शहर के बक्सी बांध इलाके में 1922 में कचरे की डंपिंग की व्यवस्था की गई थी. धीरे-धीरे आबादी बढ़ी और शहर के उस इलाके में जहां कचरे के डंपिंग की व्यवस्था थी, उसके चारों ओर हजारों लोग रहने लगे. ऐसे में इन लोगों को कचरे की वजह से काफी परेशानी होने लगी. लेकिन, अब इन लोगों को इससे राहत मिलने जा रही है और प्रशासन द्वारा ठोस कचरा प्रबंधन के लिए शहर से 10 किलोमीटर दूर ठाड़ी गांव में व्यवस्था की गई है.

यह भी पढ़ें: नक्सली संगठन TSPC तक पहुंची लैंड माइंस की तकनीक, एमपी से टेस्टिंग के बुलाया था एक्सपर्ट

शहर के कचरा प्रबंधन के लिए प्रशासन ने की व्यवस्था

दुमका शहरी क्षेत्र से निकलने वाले ठोस कचरा के प्रबंधन के लिए नगर परिषद के द्वारा जामा प्रखंड के ठाड़ी गांव में लगभग 11 एकड़ जमीन अधिग्रहित किया गया है. इस पर बाउंड्रीवाल का काम शुरू हो गया है. पिछले 100 साल से शहर के बीचों-बीच बक्सी बांध इलाके में नगर परिषद द्वारा कचरा फेंका जा रहा है. अब तो यहां कचरे का एक बड़ा पहाड़ खड़ा हो चुका है. इससे आसपास रहने वाले लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. पूरा वातावरण प्रदूषित रहता है. अब कचरे के निस्तारण के लिए शहर से 10 किलोमीटर दूर ठाड़ी गांव की आबादी विहीन इलाके को चिन्हित कर लिया गया है. यहीं शहर के कचरा को डंप किया जाएगा.

देखें पूरी खबर

बसंत सोरेन ने किया था वादा

दरअसल, वर्षों से हजारों लोग अपने घर के आसपास कचरा फेंके जाने से काफी परेशान थे. कई बार लोगों ने आंदोलन किया लेकिन उन्हें सिर्फ आश्वासन मिलता रहा. जब जिला प्रशासन ने ठोस पहल करते हुए कचरे के निस्तारण के लिए जगह ले लिया है तो लोगों में काफी खुशी है. वे इसके लिए प्रशासन के साथ-साथ स्थानीय विधायक बसंत सोरेन को भी धन्यवाद दे रहे हैं. लोगों का कहना है कि 2020 के उपचुनाव में जब बसंत सोरेन वोट मांगने आए थे तो उन्होंने वादा किया था कि इस इलाके से कचरे के पहाड़ को हटाने और दूसरी जगह डंप करने की व्यवस्था करेंगे.

जमीन अधिग्रहण के चलते हो रही थी दिक्कत

कचरे का डंपिंग दूसरी जगह हो, इसके लिए लगातार प्रयास किए गए लेकिन जमीन नहीं मिलने की वजह से परेशानी आ रही थी. अब जब जामा प्रखंड के ठाड़ी गांव में जमीन अधिग्रहित कर लिया गया है और उस पर निर्माण का काम भी चल रहा है तो प्रशासन को राहत मिली. उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला ने बताया कि हम लोग अधिग्रहित किए गए जमीन पर बाउंड्री वॉल का निर्माण कार्य करा रहे हैं और बहुत जल्द ठोस कचरा प्रबंधन की व्यवस्था यहां होगी.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.