दुमका: संथालपरगना प्रमंडल का अति व्यस्त मार्ग दुमका-देवघर, जिसमें प्रतिदिन हजारों छोटी-बड़ी वाहन चलती है. यह सड़क अत्यंत जर्जर हो चुका है. कई महीनों से बदहाल सड़क की वजह से लोग परेशान हैं. सड़क हादसे में लगातार लोगों की जान जा रही है. दो माह पूर्व इसी सड़क पर जामा चौक पर एक ही परिवार के 6 लोगों की जान उस वक्त चली गई थी. जब वे कार से जा रहे थे और एक गड्ढे की वजह से विपरीत दिशा से आ रहा एक ट्रक उनकी कार पर पलट गया.
मौके पर सभी लोगों की जान चली गई थी. लोगों ने काफी हंगामा खड़ा किया तो पथ निर्माण विभाग ने खानापूर्ति करते हुए तत्काल सड़क के गड्ढों में स्टोन चिप्स भरवा दिया था, लेकिन धीरे-धीरे स्थिति फिर से बदतर हो गई है.
क्या कहते हैं यात्री
इस सड़क पर लोग जान हथेली पर लेकर यात्रा को मजबूर हैं. उनका कहना है कि गड्ढे में हमेशा यह डर रहता है कि कभी भी वाहन पलट सकता है, जिससे कोई भी अनहोनी हो सकती है. जो बुजुर्ग लोग हैं वे कहते हैं कि दुमका-देवघर मार्ग की ऐसी स्थिति 40 वर्षों में हमने नहीं देखी. वे सरकार से अविलंब इस दिशा में आवश्यक पहल की मांग कर रहे हैं.
क्या कहती हैं जिले की उपायुक्त
दुमका-देवघर जर्जर सड़क की स्थिति पर जब दुमका की उपायुक्त राजेश्वरी बी से बात की तो उन्होंने कहा कि दुमका विधानसभा उपचुनाव की वजह से आचार संहिता लगा था, जिससे नए कार्य नहीं हो पा रहे थे. लेकिन अब जल्द से जल्द इस दिशा में पहल करते हुए सड़कों को दुरुस्त किया जाएगा.
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दुमका-देवघर सड़क काफी व्यस्त सड़क है. यह जर्जर हो चुकी है. लगातार सड़क हादसे हो रहे हैं पर सरकार की उदासीनता लोगों की समझ से परे है. आखिरकार इस पर ध्यान क्यों नहीं दिया जा रहा है. सरकार को लोगों की जान माल की सुरक्षा देखते हुए इस पर आवश्यक कार्रवाई की सख्त जरूरत है.