दुमकाः फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट लगभग बनकर तैयार है. इस प्लांट से अस्पताल के 300 बेड पर पाइप लाइन के जरिए ऑक्सीजन उपलब्ध कराया जाना है, लेकिन टेक्निशीयन के अभाव में प्लांट चालू करना मुश्किल होगा. स्थिति यह है कि बेड पर ऑक्सीजन सेट करने वाले कर्मी भी नहीं हैं, जिससे आंतरिक कार्य भी रूका है.
अस्पताल के अधीक्षक डॉ रविंद्र कुमार ने बताया कि ऑक्सीजन प्लांट तैयार है. इस प्लांट से गंभीर मरीजों को काफी लाभ मिलेगा. उन्होंने कहा कि टेक्नेशीयन के अभाव में प्लांट चालू नहीं हो रहा है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार से 28 टेक्निशीयन की डिमांड की है. इसको लेकर विभाग को पत्र भी भेजा है, लेकिन अब तक कोई रिस्पांस नहीं मिला है.
टेक्निशीयन के अभाव में प्लांट लगाना मुश्किल
अधीक्षक ने बताया कि सरकार के पास टेक्निशीयन नहीं है, तो आउटसोर्सिंग के जरिए कर्मी बहाल करने का निर्देश दें. विभागीय निर्देश के बाद ही टेक्निशीयन की व्यवस्था की जाएगी. उन्होंने कहा कि टेक्निशीयन नहीं मिलता है, तो ऑक्सीजन प्लांट को चलाना मुश्किल होगा.
75 लाख रुपये की लागत से लगा प्लांट
फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कोरोना मरीजों के साथ-साथ अन्य मरीजों को निर्बाध ऑक्सीजन मिले. इसको लेकर मई माह में अस्पताल परिसर में ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट लगाने का काम शुरू किया गया. 75 लाख की लागत से लगने वाले प्लांट से करीब 300 बेड पर ऑक्सीजन की आपूर्ति की जानी है.
संभावित तीसरी लहर को देखते हुए लगाया गया प्लांट
कोरोना संक्रमण की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए चाइल्ड वार्ड और पीआईसीयू बनाया जा रहा है. इसके साथ ही सूबे के अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट भी लगाया जा रहा है, ताकि संक्रमण की तीसरी लहर में मरीजों को ऑक्सीजन के लिए भाग-दौड़ नहीं करना पड़े. फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट लग चुका है, लेकिन चलाने वाला नहीं है.