पाकुड़: सीएम हेमंत सोरेन झारखंड विधानसभा में आगामी 3 मार्च को राज्य का बजट पेश करेंगे. अभी से ही लोग मुख्यमंत्री की ओर से पेश किए जाने वाले बजट को लेकर यह आशा लगाए बैठे हैं कि महंगाई कम होगी. बजट में विद्यार्थियों के हितों का ख्याल रखा जाएगा, रोजगार के अवसर सृजित किए जाएंगे और खासकर घरेलू महिलाओं के लिए बजट पर सरकार का विशेष फोकस रहेगा.
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सिंचाई की सुविधा जरूरी
राज्य सरकार की ओर से पेश किए जाने वाले बजट को लेकर ईटीवी भारत की टीम ने आम लोगों की राय जानी है कि आखिर वे बजट में क्या चाहते हैं? बजट को लेकर स्थानीय लोगों का कहना है कि झारखंड का संथाल परगना सबसे पिछड़ा इलाका है. यहां के आदिवासी समाज के लोग सिंचाई की सुविधा नहीं रहने के कारण वर्षा आधारित खेती करते हैं और अन्य समय में दूसरों के यहां मजदूरी करते हैं. उन्होंने कहा कि हाल के दिनों में केंद्र सरकार ने बजट पेश किया, लेकिन इस क्षेत्र के लिए बजट में कुछ भी नहीं था. अब उन्हें हेमंत सरकार की ओर से पेश की जाने वाली बजट से ही उम्मीद है.
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पेट्रोल-डीजल की बढ़ी कीमतों से टैक्स घटाने की अपील
महिलाओं का कहना है कि केंद्र सरकार की ओर से पेश की जाने वाली बजट से उन्हें उम्मीद थी कि रसोई गैस की कीमत कम होगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. बजट और बिगड़ गया. अब हेमंत सरकार से आशा लगाए हैं कि वे रसोई गैस के दाम घटाए. वहीं, किसानों का कहना है कि राज्य सरकार अपने बजट से पेट्रोल-डीजल की बढ़ी कीमतों से टैक्स घटाए, ताकि लोगों को राहत मिले.