दुमका : पिछले आठ दिनों से दुमका में लगातार हो रही भारी बारिश से लोगों की परेशानी बढ़ने लगी है. मिट्टी के घरों में रहने वाले लोग डरे हुए हैं. गुरुवार को सदर प्रखंड के पारसिमला पंचायत के रामपुर गांव में दो मिट्टी के घर गिर गए. इससे दोनों परिवार बेघर हो गए हैं. वे जिला प्रशासन से मदद की गुहार लगा ले रहे हैं.
यह भी पढ़ें: लगातार बारिश से साहिबगंज में बाढ़ के हालात, गुमानी बराज के खोले गए सात गेट
गुरुवार को रामपुर गांव की रहने वाली रानी मरांडी का मिट्टी का घर गिर गया. घर गिरने से रानी मरांडी पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा है. पीड़िता रानी मरांडी के पति सनातन मुर्मू दो माह पहले मजदूरी करने महाराष्ट्र गये हैं. रानी अपनी सात साल की बेटी और तीन महीने के बेटे के साथ अपने कच्चे घर में रहती थी. रानी ने बताया कि सुबह मैं अपने बच्चों के साथ घर के बाहर खड़ी थी. तभी अचानक मेरा घर ढह गया. घर में रखा सारा सामान घर के अंदर ही दबा हुआ है.
एक और घर का एक हिस्सा गिरा: इधर, एक अन्य घटना में रामपुर गांव में सैमुएल किस्कू के मिट्टी के घर का एक हिस्सा भारी बारिश के कारण ढह गया. इसमें दो मवेशियों की मौत हो गयी. मकान के बचे हुए हिस्से के भी कभी भी गिरने का खतरा बना हुआ है. ऐसे में इस अतिवृष्टि ने दो गरीबों का आशियाना छीन लिया. पीड़ित परिवार खुले आसमान के नीचे आ गए हैं. वे प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहे हैं. साथ ही प्रधानमंत्री आवास की भी मांग कर रहे हैं.
अंचलाधिकारी ने कहा- प्रशासन करेगा मदद: मिट्टी का घर गिरने से दो परिवारों को हो रही परेशानी के संबंध में हमने दुमका सदर प्रखंड के अंचल अधिकारी अमर कुमार से बात की. उन्होंने बताया कि उनके नुकसान का आकलन करने के लिए अंचल निरीक्षक को भेजा जाएगा और उसके बाद आपदा प्रबंधन विभाग उन्हें सहायता प्रदान करेगा. साथ ही कुछ तात्कालिक मदद भेजने की भी कार्रवाई की जाएगी.
दो दिन पहले ही महिला की हुई मौत: बता दें कि दो दिन पहले जामा थाना क्षेत्र के तपसी पंचायत के कामू डुमरिया गांव में मिट्टी का घर गिरने से एक वृद्ध महिला की मौत हो गयी. पैंसठ वर्षीय महिला जुगली पुजारिन अपने घर में लेटी हुई थी, तभी अचानक मिट्टी की दीवार उसके ऊपर गिर गई. इससे उसकी मौत हो गई.