दुमका: जिले में पिछले साल पंजाब नेशनल बैंक में हुई 31 लाख रुपये की लूटकांड का मास्टरमाइंड और अंतरराज्यीय डकैत नसीम खान उर्फ जब्बार को पुलिस ने गुरुवार को शहर के पुसारो पुल के पास से लोडेड पिस्टल के साथ गिरफ्तार किया है.
दुमका पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है. कई महीनों से फरार चल रहे बैंक लूटकांड के आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार कुख्यात डकैत नसीम खान बैंक और बस लूटने में माहिर था. जब्बार मूल रूप से हजारीबाग जिले के बरही का रहने वाला है, लेकिन लूटकांड में सक्रिय होने के बाद वह गुड़गांव में रहने लगा था. एसपी वाई एस रमेश ने बताया कि नसीम खान उर्फ जब्बार इन दिनों गुड़गांव में रह रहा था और जब भी डकैती की योजना बनती थी, वह उस जगह पहुंच जाता था. इस बार भी वह किसी लूटपाट के इरादे से दुमका आया था और रेकी में लगा ही था कि पुलिस के हत्थे चढ़ गया.
क्या है जब्बार का पूरा इतिहास
एसपी ने बताया कि पूछताछ में नसीम ने स्वीकार किया है कि वह बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल में कई बस और बैंक डकैती में शामिल रहा है और करीब 4 से 5 करोड़ रुपए की लूट की है. कई राज्यों की पुलिस के लिए सिरदर्द बन चुका नसीम खान उर्फ जब्बार से पूछताछ के लिए बिहार, झारखंड और बंगाल की पुलिस की टीमें दुमका पहुंच चुकी हैं. इस दौरान एसपी ने बताया कि दुमका में पिछले साल 4 दिसंबर को पंजाब नेशनल बैंक में हुई 31 लाख रुपए की डकैती का नसीम मास्टर माइंड था. इसकी गिरफ्तारी दुमका शहर के पुसारो पुल से हुई है, जहां पुलिस ने एक पिस्टल और गोली भी बरामद किया है.
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नसीम खान पहली बार अपने बहनोई शराफत अंसारी के साथ पहली बार धनबाद से औरंगाबाद जा रही एक यात्री बस को लूटा था. जिसके बाद से वह अपराध के क्षेत्र में आगे बढ़ता चला गया और बिहार, बंगाल, झारखंड सहित कई राज्यों में अपना दबदबा बना लिया. इस बीच वह कई बार गिरफ्तार भी हुआ, लेकिन सबूत के अभाव में वह छूटते गया. नसीम खान ने पुलिस के समझ अपनी सबसे बड़ी लूटकांड को 2008 में अंजाम दिया था. जिसमें पश्चिम बंगाल के पीएनबी बैंक से 84 लाख रुपए की लूट की थी.