दुमका: उप राजधानी दुमका से 17 किलोमीटर दूर दुमका-भागलपुर मुख्य मार्ग पर भुरभुरी नदी के किनारे तिलोई गर्म जल कुंड में मकर संक्रांति मेला का आयोजन शुरु हो गया. यह मेला तीन दिनों तक चलेगा. यहां दूर-दूर से लोग मेला का लुत्फ उठाने आते हैं.
प्रशासनिक पहल पर 1971 में तिलोई जल कुंड का निर्माण कराया गया था. बाद में भी इसके सुंदरीकरण के प्रयास किए गए, लेकिन पर्यटन स्थल के रूप में विकसित होना अभी बांकी है. ऐसी मान्यता है कि इस जलकुंड के झरने के पानी से स्नान करने पर चर्म रोग और पेट संबंधी बीमारियां दूर हो जाती हैं. यही कारण है कि मकर संक्रांति के अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहां डुबकी लगाने आते हैं.
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ग्रामीणों ने बताया कि यहां 3 साल पहले पर्यटन विभाग के प्रयास से जनता की मांग पर गर्म जल कुंड की साफ-सफाई करायी गयी थी, लेकिन देखभाल के अभाव में जल कुंड और आसपास गंदगी का अंबार लगा हुआ है, जिसके कारण लोगों को असुविधा हो रही है.