दुमकाः राज्य के प्रत्येक गांव का संपर्क पथ पक्की हो, इसे लेकर राज्य और केंद्र सरकार की अलग-अलग योजनाएं हैं. गांव की सड़कों को प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना से दुरुस्त करना है, लेकिन जामा प्रखंड के दर्जनों गांवों का संपर्क पथों को अब तक पक्की नहीं किया गया है. गोविंदपुर, बरमसिया, पलाशबनी, ऊपर बहाल, बजारमारा गणेशडंगाल, दोंदियाटोला, लुखीटोला, तेतरीडंगाल सहित दर्जनों गांव हैं, जहां पक्की सड़क नहीं बन सकी है. इससे इन गांवों की कच्ची सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढे है, जो बारिश के दिनों में काफी खतरनाक हो गया है और हादसा को आमंत्रित कर रहा है. इसके बावजूद लोग कच्ची सड़कों पर आवागमन करते हैं.
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प्राथमिकता के आधार पर बनेगी सड़क
पक्की सड़क नहीं होने पर विधायक सीता सोरेन कहती हैं कि क्षेत्र में सड़कों की समस्या है. उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों ने सड़क निर्माण से संबंधित आवेदन दिया है, जिसपर गंभीरता से काम किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि प्राथमिकता के आधार पर कच्ची सड़क को पक्कीकरण किया जाएगा.
वर्षों से सड़क निर्माण की मांग
केंद्र और राज्य सरकार विकास के बड़े-बड़े दावे करते हैं. दोनों ही सरकारों का दावा है सबका साथ सबका विकास हो रहा है, लेकिन हकीकत कुछ और ही है. ग्रामीण रामबाबू ने बताया कि गांव का संपर्क पथ काफी जर्जर हो चुका है. इन सड़कों से आने-जाने में काफी परेशानी होती है. उन्होंने कहा कि कच्ची सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढे हैं. इससे हमेशा दुर्घटना होने की आशंका बनी रहती है. ग्रामीण मनीष ने बताया कि वर्षों से सड़क निर्माण की मांग कर रहे हैं, लेकिन अब तक पूरा नहीं हो सका है. उन्होंने सरकार और प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि शीघ्र सड़क दुरुस्त की जाए.