दुमका: बोकारो पुलिस और दुमका पुलिस ने एसएसबी और सीआरपीएफ के साथ मिलकर एक संयुक्त कार्रवाई की. इस दौरान दुमका के मसालिया और शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र के जंगलों से भारी मात्रा में विस्फोटक और नक्सली सामान बरामद किए गए. बरामद हथियारों में 5 एसएलआर, इंसास के रायफल, एक कार्बाइन, इसके साथ ही लगभग 360 कारतूस, 1675 डेटोनेटर और 10 मैगजीन भी बरामद किए गए हैं. यह हथियार इन जंगलों में गड्ढा खोदकर छिपाकर रखे गए थे.
कैसे मिली कामयाबी
दरअसल, बोकारो पुलिस ने ईनामी हार्डकोर नक्सली छोटू मांझी उर्फ सहदेव मांझी उर्फ निशीकांत को गिरफ्तार किया था. गिरफ्तारी गुप्त सूचना के आधार पर नक्सली छोटू मांझी के भाई के घर जो बोकारो जिला के जगेश्वर विहार थाना के टूटी झरना गांव से हुई. पूछताछ में गिरफ्तार नक्सली छोटू मांझी ने बताया कि वह बोकारो जिले में एरिया कमांडर और सब जोनल कमांडर के तौर पर काफी सक्रिय रहा है. इसके साथ ही वह संथालपरगना जोन खासकर दुमका में निशिकांत के नाम से जोनल कमांडर की हैसियत से काम करता रहा है. वह संतोष महतो और दुर्योधन महतो के दस्ते में संलिप्त रहा है.
अधिकारियों और जवानों को किया गया सम्मानित
छोटू माझी ने बताया कि उसने अपने साथियों के साथ दुमका जिले के मसलिया और शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र के जंगलों में हथियार छुपा कर रखा है. इस पुरी जानकारी के बाद बोकारो एसपी चंदन कुमार झा ने दुमका एसपी अम्बर लकड़ा को फोन पर यह सूचना दी. उसके बाद बोकारो पुलिस सीआरपीएफ के साथ दुमका पहुंची. यहां उन्होंने दुमका पुलिस और एसएसबी के साथ एक ऑपरेशन टीम बनाई. जिसमें यह सफलता हाथ लगी. इस ऑपरेशन टीम में शामिल पुलिस, सीआरपीएफ और एसएसबी जे अधिकारियों और जवानों को सम्मानित किया गया.
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क्या है एसपी का कहना
दुमका एसपी अंबर लकड़ा ने बताया कि बोकारो पुलिस ने हार्डकोर नक्सली छोटू मांझी को गिरफ्तार किया गया. उसके बाद उसके निशानदेही पर यह सफलता मिली है. गिरफ्तार नक्सली के ऊपर बोकारो जिले के कुल 37 नक्सली मामले और दुमका जिले में लगभग 10 केस दर्ज हैं. उन्होंने कहा कि संभवतः ये हथियार पुलिस से लूटे गए हैं. इसकी फिलहाल जांच चल रही है.
नक्सली गतिविधियां पर लगेगा अंकुश
एसएसबी के 35 वीं बटालियन के कमांडेंट एम.के. पांडे ने कहा कि यह बड़ी कामयाबी है. उन लोगों ने जो नक्सली अभियान चलाया. उसमें उन्हें कई सफलता मिली थी, लेकिन यह इस सफलता के बाद इस इलाके में जो नक्सली गतिविधियां हैं, उस पर अंकुश लगेगा. इसके साथ ही एसएसबी कमांडेंट में एक बार फिर भटके हुए युवाओं को मुख्यधारा में लौट जाने की अपील की. उन्होंने चेतावनी भी दी कि अगर वह समाज की मुख्यधारा में नहीं आते हैं, तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी.